अलवर. जिले में गुरुवार को मेव बोर्डिंग में शहर के प्रमुख मौलवियों की बैठक आयोजित हुई. इस बैठक में उदयपुर हत्याकांड के आरोपियों को फांसी की सजा दिए जाने की मांग की गई. इस दौरान मौलवी अमजद, मौलवी अनीस सहित कई मदरसों के मौलवी मौजूद रहे. मेव पंचायत के संरक्षक शेर मोहम्मद ने घटना को शर्मसार करने वाली बताते हुए कहा कि आरोपी की कोई कौम नहीं होती. इस्लाम भाईचारे का संदेश देता है, न कि अपराध का. इस घटना को इस्लाम से नहीं जोड़ना चाहिए.
जामा मस्जिद के इमाम मौलाना मोहम्मद अनस ने कहा कि इस्लाम दहशतगर्दी के खिलाफ (Mew samaj of Alwar on Udaipur Murder Case) है. इस्लाम का नाम अमन है. यह शांति का मजहब है. उन्होंने सरकार की तारीफ करते हुए आरोपियों को सख्त के सख्त सजा दिलाने की मांग की है. इस बैठक में जिलेभर से बड़ी संख्या में मेव समाज के लोग शामिल हुए. इसमें मेवात के प्रतिनिधि भी शामिल हुए.
घटना की निंदा करते हुए प्रतिनिधियों ने कहा कि आरोपियों को सख्त सजा मिलनी चाहिए. उन्होंने तुरंत कार्रवाई करने और आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर सरकार का धन्यवाद किया. साथ ही उन्होंने समाज की तरफ से ऐसे लोगों का बहिष्कार करने की बात कही. न्यू पंचायत के संरक्षक शेर मोहम्मद ने कहा कि मेव समाज हमेशा से सर्व समाज के साथ मिलकर चला है. आज भी मेव समाज प्रशासन के साथ खड़ा है.