जयपुर : राजस्थान विधानसभा उपचुनाव में सुरक्षा के लिए सीएपीएफ, आरएसी, राजस्थान पुलिस और होम गार्ड के 9 हजार से ज्यादा जवान तैनात रहेंगे. ये सभी 7 विधानसभा क्षेत्रों रामगढ़, दौसा, झुंझनू, सलूंबर, चौरासी, खींवसर और देवली-उनियारा में मतदान के दौरान कानून व्यवस्था संभालेंगे. इन 7 विधानसभा क्षेत्रों के 1 हजार 915 मतदान केंद्र 1 हजार 366 लोकेशन पर हैं, जिनमें से 604 मतदान लोकेशन को संवेदनशील माना गया है. दौसा और खींवसर के सभी मतदान केंद्रों पर कड़ी सुरक्षा की व्यवस्था की गई है.
राज्य में 13 नवंबर को उपचुनाव के लिए मतदान होगा. ऐसे में वोटिंग के दौरान सभी मतदान केंद्रों पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था होगी. मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवीन महाजन ने बताया कि उपचुनाव वाले क्षेत्रों में केंद्रीय पुलिस बलों की 43 कंपनियां मतदान के दौरान कानून-व्यवस्था की निगरानी और सुरक्षा करेंगी. रामगढ़ और दौसा में 9-9, खींवसर में 8, देवली-उनियारा में 6, चौरासी में 5, झुंझुनू में 4 और सलूंबर में 2 कंपनियों को संवेदनशील मतदान केंद्रों पर तैनात किया जाएगा. इसके अलावा आरएसी (राजस्थान आर्म्ड कांस्ट्यूबलरी) की कुल 17 कंपनियां तैनात होंगी, जिनमें रामगढ़, झुंझुनू, सलूंबर, चौरासी और देवली-उनियारा में 2-2, दौसा में 3 और खींवसर में 4 कंपनियां तैनात होंगी. साथ ही सभी राज्य पुलिस के 6 हजार 275 कार्मिक और होम गार्ड के 650 जवान तैनात किए गए हैं.
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महाजन ने बताया कि मतदान दिवस पर सघन जांच और निगरानी के लिए सभी विधानसभा क्षेत्र में फ्लाइंग स्क्वॉड, एसएसटी दल तैनात रहेंगे. चुनाव खर्च के लिहाज से संवेदनशील मतदान केंद्रों में अतिरिक्त निगरानी टीमें तैनात की गई हैं. मतदान के दौरान 1 हजार 122 मतदान केंद्रों की लाइव वेबकास्टिंग की जाएगी. एक ही लोकेशन पर 3 मतदान केंद्रों पर एक कैमरा और तीन मतदान केंद्रों से अधिक पर दो कैमरे मतदान कक्ष के बाहर लगाकर मतदाताओं की लाइन और कानून व्यवस्था का जायजा लाइव स्ट्रीमिंग के जरिए किया जाएगा. साथ ही विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से संबंधित पूरे जिले में भी कानून-व्यवस्था के विशेष इंतजाम किए गए हैं. बाहरी अवांछित व्यक्तियों के प्रवेश को रोकने के उद्देश्य से सीलिंग और चेकिंग की कार्रवाई भी की जाएगी.
843 मतदान केंद्र पर सुरक्षा बल की कड़ी निगरानी : मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि 7 विधानसभा क्षेत्रों के 1 हजार 915 मतदान केंद्र 1 हजार 366 लोकेशन पर हैं, जिनमें से 604 मतदान लोकेशन को संवेदनशील माना गया है. इन सभी लोकेशन पर केंद्रीय सुरक्षा बल की तैनाती की जाएगी. इनके अलावा 239 कानून-व्यवस्था की दृष्टि से संवेदनशील लोकेशन हैं. जिन पर आरएसी की तैनाती रहेगी. इस तरह 843 मतदान केंद्र सुरक्षा बल की कड़ी निगरानी में रहेंगे. दौसा और खींवसर के सभी मतदान दल लोकेशन पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है.
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72 एफएस, 72 एसएसटी और 21 क्यूआरटी दल तैनात : प्रत्येक 10 मतदान केंद्रों पर एक विशेष पुलिस टीम तैनात की जाएगी. साथ ही प्रति 10-12 बूथों पर एक सेक्टर मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया है. नवीन महाजन ने बताया कि मतदान दिवस पर सघन जांच के लिए रामगढ़, दौसा और खींवसर में 12-12 उड़न दस्ते (एफएस) और एसएसटी तैनात किए गए हैं. बाकी 4 विधानसभा क्षेत्रों में 9-9 एफएस और एसएसटी लगाए गए हैं. इसके साथ ही सी-विजिल एप पर प्राप्त शिकायतों का निस्तारण भी 100 मिनट की समय सीमा के अंदर ही किया जा रहा है. रात्रि-गश्त के जरिए पुलिस रात में भी कानून व्यवस्था बनाए रखे हुए है. इन 7 निर्वाचन क्षेत्रों में कुल 313 माइक्रो ऑब्जर्वर नियुक्त किए गए हैं.
बता दें कि राज्य में इन 7 विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव के मद्देनजर 12 अंतरराज्यीय पुलिस नाके और आबकारी विभाग के 11 नाके लगाए गए हैं. जबकि अंतरजिला और अन्तःजिला पुलिस नाकों की संख्या 30 है. इन सभी 53 नाकों पर सीसीटीवी कैमरों से भी नजर रखी जा रही है.