अलवर. जिले में हरियाणा की ओर से टिड्डी दल ने प्रवेश किया है. टिड्डी दल बानसूर होते हुए शुक्रवार दोपहर अलवर शहर पहुंचा. इसके बाद शहर के आसमान पर टिड्डियां बड़ी संख्या में मंडराती देखी गई. अलवर शहर के स्कीम-1, स्कीम-2, स्कीम-3, शिवाजी पार्क, तूलेड़ा, मन्ना का और बाहरी क्षेत्रों में टिड्डियों का प्रकोप ज्यादा दिखाई दिया.
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टिड्डियां गुरुवार शाम तक बानसूर क्षेत्र में थी और शुक्रवार दोपहर अलवर शहर में पहुंची. इसके अलावा टिड्डियों का एक दल हवा के साथ रामगढ़ पहुंच गया. वहीं, कृषि विभाग द्वारा टिड्डियों के नियंत्रण के तमाम दावे फेल होते दिखाई दे रहे हैं. टिड्डियों ने ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों का काफी नुकसान किया है. शहर में टिड्डी दल के आते ही लोग छतों पर चढ़ गए. टिड्डियों को भगाने के लिए पटाखे और थाली बजाने लगे.
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कृषि विभाग में उप निरीक्षक पीसी मीणा ने बताया कि टिड्डी दल गुरुवार शाम तक बानसूर में था. इस दौरान कृषि विभाग की तरफ से कंट्रोल ऑपरेशन किया गया. उसके बाद कि टिड्डी दल शुक्रवार को नारायणपुर होते हुए सरिस्का और माधवगढ़ होते हुए अलवर शहर में आया. हवा के साथ टिड्डी दल रामगढ़ होते हुए झिरका, फिरोजपुर और भरतपुर की तरफ निकल चुका है.
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कृषि उप निरीक्षक ने कहा कि टिड्डी दल के फसलों और पेड़ों पर बैठने के दौरान कई जगहों पर फायर ब्रिगेड की मदद से दवाई का छिड़काव किया गया है. लगातार कृषि विभाग की टीम टिड्डियों पर अंकुश लगाने का काम कर रही है. जगह-जगह कंट्रोल ऑपरेशन जारी है.उन्होंने कहा कि टिड्डियों से अगर किसानों को फसल बचानी है तो थाली, ताली और डीजे बजाने के साथ ही कृषि विभाग को भी तुरंत सूचित करें. उन्होंने कहा कि टिड्डियां आवाज सुनते ही उड़ने लग जाती हैं और हवा के रुख की तरफ चल देती हैं.