अलवर. खेड़ली थाने में महिला से दुष्कर्म करने वाले एसआई भरत लाल को पुलिस की नौकरी से बर्खास्त कर दिया है. पीड़ित ने एसआई के खिलाफ 7 मार्च को दुष्कर्म का केस दर्ज कराया था. इसके अगले ही दिन SI को सस्पेंड कर दिया था, लेकिन इसी बीच जयपुर में ACP बोहरा का मामला सामने आया. इन सभी मामलों में विपक्ष ने सरकार को जमकर घेरा. इसके बाद पुलिस प्रशासन ने यह कार्रवाई की.
यह मुद्दा लगातार पूरे प्रदेश में छाया रहा. इस मामले में पीड़िता ने पुलिस पूछताछ में कई बड़े खुलासे किए. मामले की गंभीरता को देखते हुए जयपुर रेंज के आईजी व पुलिस अधीक्षक ने खेड़ली पहुंच कर एसआई को गिरफ्तार किया था. 7 मार्च को खेड़ली थाने में महिला ने SI भरत लाल के खिलाफ थाने में ही तीन दिन तक दुष्कर्म करने का मामला दर्ज कराया था. महिला अपने पति के खिलाफ दर्ज मामले में कार्रवाई की मांग को लेकर थाने आई थी. SI भरत लाल के पास मामले की जांच थी. महिला ने 7 मार्च की शाम को थाने में केस दर्ज कराया कि भरत लाल ने उसके साथ थाने में ही दुष्कर्म किया है. इसके तुरंत बाद IG हवासिंह घूमरिया और SP तेजस्विनी गौतम भी थाने पहुंचे कर भरत लाल को गिरफ्तार कर लिया था.
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गिरफ्तारी के बाद भरत लाल को अगले दिन ही कोर्ट में पेश किया गया था. यहां से उसे जेल भेज दिया गया. इसी दिन थाने के SI को भी सस्पेंड किया गया था. इस बीच विधानसभा में लगातार थानों में दुष्कर्म व रिश्वत में महिलाओं से अस्मत मांगने के मामलों में विपक्ष ने सरकार की नाकामी पर खूब हंगामा किया. सुरक्षा पर बड़े सवाल खड़े हुए और राजस्थान पुलिस पर कई गंभीर आरोप लगे. पुलिस की छवि खराब हुई, इतना ही नहीं प्रदेश में बिगड़ती कानून-व्यवस्था पर भी कई सवाल उठाए गए. जिसके बाद पुलिस विभाग ने खेड़ली थाने में दुष्कर्म करने वाले आरोपी एसआई को नौकरी से बर्खास्त कर दिया.