अलवर. दिल्ली, गुड़गांव, गाजियाबाद, नोएडा, अलवर, जयपुर, दौसा, सोहना, नूह व मेवात सहित हरियाणा व राजस्थान के लोगों के लिए बड़ी खुशखबरी है. देश के सबसे लंबे एक्सप्रेस वे का प्रधानमंत्री फरवरी माह के पहले सप्ताह या 4 फरवरी को पहले फेज को आम लोगों के लिए खोल सकते हैं. 210 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेस वे पर वाहन फर्राटा भरेंगे. 8 लाइन के एक्सप्रेस-वे के शुरू होने से लाखों लोगों को बड़ी राहत मिलेगी. दिल्ली से जयपुर व आसपास के शहरों की दूरी कम होगी.
देश के सबसे लंबे ग्रीनफील्ड दिल्ली-वडोदरा-मुंबई एक्सप्रेस-वे का दिल्ली-सोहना, अलवर से (भांडारेज) दौसा तक का काम पूरा हो गया है. लंबे समय से एक्सप्रेस वे के 210 किलोमीटर के सड़क मार्ग को आम लोगों के लिए खोलने की तैयारी चल रही थी. हालांकि अभी एनएचएआई की तरफ से पूरा कार्यक्रम नहीं आया है, लेकिन तैयारी शुरू हो गई है. अलवर में बड़ौदामेव के पास एक्सप्रेस वे की लेन उतरती है. इसलिए इस जगह पर प्रधानमंत्री मोदी की एक बड़ी सभा भी हो सकती है. भाजपा के नेता इस सभा को अलवर करना चाहते हैं. इसलिए अभी जगह फाइनल नहीं हुई है.
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एक्सप्रेस वे 1350 किलोमीटर लंबा है. पहले फेज का 210 किलोमीटर का बन कर तैयार हो चुका है. एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर मुदित गर्ग ने बताया कि अभी फाइनल कार्यक्रम जारी नहीं हुआ है. जगह व तारीख फाइनल होना बाकी है. भाजपा व जिला स्तर पर भी उद्घाटन की तैयारी शुरू कर दी गई है. अभी पूरा कार्यक्रम तय नहीं हुआ है. भाजपा के नेताओं ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की होने वाली सभा अलवर में हो. इसके प्रयास किए जा रहे हैं. वहीं जिला प्रशासन ने भी कहा कि अभी तक आधिकारिक कार्यक्रम की जानकारी नहीं मिली है.
लाखों लोगों को मिलेगी राहत: 8 लाइन के एक्सप्रेस वे शुरू होने से दिल्ली, गुड़गांव, गाजियाबाद, नोएडा, अलवर, जयपुर, दौसा, सोहना, नूह व मेवात सहित हरियाणा व राजस्थान के विभिन्न शहरों में रहने वाले लाखों लोगों को बड़ी राहत मिलेगी. दिल्ली जयपुर के बीच सफर में अभी सड़क मार्ग से 6 घंटे का समय लगता है. यह समय घटकर ढाई घंटे हो जाएगा. साथ ही ईंधन की बचत होगी. एक्सप्रेस वे शुरू होने से दिल्ली-मुंबई हाइवे पर वाहनों का दबाव भी कम होगा.
120 की रफ्तार में दौड़ सकेंगे वाहन: दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे देश का पहला ऐसा एक्सप्रेसवे होगा, जिस पर वाहनों की अधिकतम रफ्तार 120 किलोमीटर प्रति घंटा होगी. एक्सप्रेस वे पर सुरक्षा का भी पूरा ध्यान रखा जाएगा. जगह-जगह फेस रीडिंग ऑटोमेटिक कैमरा लगे होंगे. स्पीड के लिए भी डिटेक्टर डिस्प्ले बोर्ड लगे होंगे. एक्सप्रेस वे सड़क से ऊंचा है. साथ ही एक्सप्रेस से के दोनों तरफ तारबंदी सहित अन्य जरूरी इंतजाम भी किए गए हैं.
गुणवत्ता का विशेष ध्यान: दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे निर्माण में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा गया है. केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी व भाजपा के प्रमुख नेताओं में शामिल पीयूष गोयल एक्सप्रेस वे की फोटो ट्विटर पर शेयर करके इसके जल्द शुरू होने की जानकारी दे चुके हैं. इसके निर्माण पर भी कई बार बात हुई है. अधिकारियों ने कहा कि गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया गया है. निर्माण कंपनियों ने तेजी से काम किया है. बीच में कुछ जगहों पर सड़क धंसने व टूटफूट की शिकायत मिली. इसके बाद पूरे एक्सप्रेस वे पर स्पीड रसड़ा की जांच की गई.