बानसूर (अलवर). राष्ट्रीय किसान संयुक्त मोर्चा के नेता राकेश टिकैत के 2 अप्रैल के बानसूर दौरे को लेकर संयुक्त मोर्चा किसान की ओर से बैठक का आयोजन किया गया. बैठक में संयुक्त मोर्चा किसान सभा को लेकर अलग-अलग संगठन एवं पार्टियों की ओर से बानसूर में पहुंचकर बैठक की. बैठक में आगामी 2 अप्रैल के लिए केंद्र सरकार की ओर से पारित 3 किसान बिलों को लेकर विरोध जताया. 2 अप्रैल को एक बड़ी संयुक्त किसान सभा का आयोजन किया जाएगा, जिसमें जिले सहित पूरे प्रदेश के नेता भाग लेंगे, जिसको लेकर सपा के प्रदेश अध्यक्ष मुकेश यादव के कार्यालय पर रणनीति बनाई गई. इस दौरान अधिक से अधिक किसानों को सभा में आने का आग्रह किया जाएगा.
संयुक्त किसान मोर्चा के सदस्यों ने बताया कि केंद्र सरकार की ओर से बढ़ रही महंगाई को लेकर भी रोष प्रकट किया. बता दें कि रोज पेट्रोल डीजल की दरों में बढ़ोतरी तथा गैस सिलेंडर पर भी दरों की बढ़ोतरी होने से आमजन त्रस्त है. वहीं, राजस्थान में कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर राजस्थान सरकार गंभीर है. जिला कलेक्टर की ओर से आम सभा तथा ऐसे धार्मिक कार्यक्रम जहां पर लोगों की भीड़ इकट्ठी हो उन पर रोक लगाई गई है. ऐसे में क्या किसान नेता राकेश टिकैत कि 2 अप्रैल को बानसूर में होने वाली सभा को जिला प्रशासन व बानसूर प्रशासन अनुमति देगा.
पढ़ें: तीन संतानों का त्याग करके प्रेमी के संग महिला ने जाने की जताई इच्छा
वहीं, सपा के प्रदेश अध्यक्ष मुकेश यादव ने बताया कि केंद्र सरकार के तीनों कृषि कानूनों के विरोध में यह सभा का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें राष्ट्रीय किसान संयुक्त मोर्चा के नेता टिकैत, योगेंद्र यादव, पूर्व विधायक अमराराम चौधरी, राजाराम मील, एडवोकेट बस्तीराम यादव, गजानंद नंदरा, ओला गोरेलाल बागड़ी, मुसद्दीलाल सरजी चौधरी, अजय यादव, पूर्व प्रधान रोहिताश चौधरी सहित संयुक्त किसान मोर्चा के नेता किसानों को संबोधित करेंगे. केंद्र सरकार की ओर से किसान कानून बिल पारित किया गया है. राजस्थान बॉर्डर सहित दिल्ली के आसपास के बॉर्डरो पर रास्ता जाम कर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. किसान केंद्र सरकार से कानून वापस की मांग करने की जिद पर किसान अड़े हुए हैं, लेकिन केंद्र सरकार इन तीन कृषि कानूनों को किसी भी हालत में हटाने को तैयार नहीं है. किसानों से केंद्र सरकार के बीच कई दौर बीत चुके हैं, लेकिन स्थिति अभी जो कि तो हैं.