अलवर. शहर के शिवाजी पार्क कॉलोनी में रहने वाली संध्या नाम की एक महिला ने अपने प्रेमी हनुमान व उसके दो साथियों के साथ मिलकर अपने चार बच्चों और पति को मौत के घाट उतार दिया. इस मामले में 5 साल तक न्यायालय में चली सुनवाई के बाद सोमवार को संध्या व उसके प्रेमी को दोषी माना है. इस मामले में मंगलवार को फैसला सुनाया जाएगा. सरकार की तरफ से इस मामले में वकील की तैनाती हुई. सरकारी वकील ने कहा कि इस मामले में आरोपियों को फांसी की सजा होनी चाहिए.
अलवर के शिवाजी पार्क कॉलोनी में रहने वाली संतोष का हनुमान नाम के व्यक्ति के साथ प्रेम प्रसंग था. संतोष के पति को जब इसके बारे में पता चला, तो वो दोनों को मिलने से रोकने लगा. इस पर संतोष और हनुमान ने पति बनवारी को रास्ते से हटाने का प्लान बना लिया. दोनों ने इसके लिए बकायदा दो बदमाशों को सुपारी दी. संतोष ने 3 अक्टूबर, 2017 की रात को खाने में बेहोशी की दवा मिलाकर अपने पति और चारों बच्चों खाना खिला सुला दिया. रात में दोनों हत्यारे घर में घुसे और संतोष के सामने ही उसके पति और बच्चों की बेरहमी से हत्या की और उसके बाद मौके से फरार हो गए.
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पुलिस को संतोष पर शक हुआ. जांच पड़ताल के बाद पुलिस ने संतोष व उसके प्रेमी हनुमान को गिरफ्तार किया. पुलिस पूछताछ में दोनों ने अपना गुनाह कबूल किया. इस घटना ने लोगों को झकझोर कर रख दिया था. अलवर के न्यायालय में 5 साल तक इस मामले में सुनवाई हुई. सरकार की तरफ से नियुक्त अधिवक्ता अशोक शर्मा ने बताया कि इस मामले में दोनों आरोपियों को न्यायालय ने दोषी करार दिया है. इस मामले में आरोपियों को मंगलवार को सजा सुनाई जाएगी. सजा पर सोमवार को बहस हुई. सरकारी वकील ने आरोपियों को फांसी की सजा देने की बात कही. तो अन्य अधिवक्ताओं की तरफ से भी अपना पक्ष रखा गया.