अलवर. घरेलू उत्पाद को सस्ते दामों पर बेचने का झांसा देकर तमिलनाडु का एक व्यक्ति अलवर शहर से सैकड़ों ग्राहकों से कई लाख रुपए बटोर कर फरार हो गया. शोरूम मालिक ने ग्राहकों पर विश्वास जमाने के लिए बाकायदा केंद्र और राजस्थान सरकार में जीएसटी में रजिस्ट्रेशन भी कराया हुआ था. पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए इस फार्म का केनरा बैंक में खाता था उस बैंक खाते को सीज करवा दिया है. आपको बता दें कि आज सैकड़ों ग्राहक अलवर शहर के एनईबी पुलिस थाना पहुंचे और पुलिस को सूचना दी. सस्ते में अपना सब कुछ लुटा चुके अब ग्राहक अपने आप को ठगा महसूस कर रहे हैं.
यह फर्म 45 फीसदी कम रेट पर माल का बेचान कर रही थी और सारा माल ऑनलाइन बेच रही थी. थाना प्रभारी रविंद्र प्रताप ने बताया कि अलवर के 60 फुट रोड पर स्थित हनी इंटर होम एम्पलाइज का एक शोरुम था. जो घरेलू उत्पाद बेचता था और मूल कीमत का 45 फ़ीसदी कम रेट पर ऑनलाइन माल की डिलीवरी करते थे. सस्ता माल बेचने के 15 दिन पहले भी हमें सूचना मिली थी. हमने जांच भी की और जांच के दौरान यह बात सामने आई की इन लोगों ने जीएसटी नंबर ले रखे हैं. थाना स्तर पर सेंट्रल जीएसटी और स्टेट जीएसटी को पत्र लिखा गया.
जिसमें इस बात की पुष्टि भी हुई कि इस फर्म ने जीएसटी का प्रमाण पत्र भी ले रखा है. पैन कार्ड भी है और केनरा बैंक में खाता भी खुलवा रखा है और नियमों के तहत यह सामान की बिक्री कर रहे हैं. इस फर्म ने बाकायदा पुलिस थाने को भी यह लिख कर दिया था कि वह नियमों के तहत बिक्री कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि यह फर्म सामान बुक करने के 15 दिन बाद डिलीवरी देती है. 11 जुलाई तक जिन ग्राहकों को डिलीवरी देनी थी. उनके सभी के माल पहुंच गया था और 12 जुलाई को जिन ग्राहकों को डिलीवरी देनी थी. तो जब डिलीवरी के लिए शोरूम पहुंचे तो वहां पर कोई भी नहीं मिला और कंपनी के मालिक तमिलनाडु निवासी पद्मानंद फरार थे. सुनने में यह भी आया कि कुछ दिन में यह भूगोर में भी एक शोरूम खोलने वाले थे.
उससे पहले ही अलवर शहर को कई लाख रुपए की चपत लगाकर फरार हो गए. इस फर्म ने एक विज्ञापन भी दिया था कि वह शीघ्र ही ऑनलाइन कार की बुकिंग कर डिलीवरी देंगे और वह भी सस्ते दामों पर आज जब जिन लोगों को घरेलू उत्पाद की डिलीवरी मिलनी थी. तब वह उनके पास माल नहीं पहुंची तो वह लोग शोरूम पहुंचे तो वहां पर कोई भी नहीं मिला और लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया. पीड़ित अनिल ने बताया कि करीब 1 लाख 16 हजार का माल बुक कराया था और 15 दिन बाद डिलीवरी होनी थी. आज डिलीवरी की तारीख थी. जब डिलीवरी लेने गए तो वहां दुकान बंद मिली.
सैकड़ों लोगों ने लाखों रुपए जमा कराए हैं और इसके अंदर उन्होंने एलईडी, टीवी, फर्नीचर, फ्रिज, मिक्सी व अन्य सामान बुक कराई थे. एक अन्य पीड़ित केशव कुमार ने बताया कि कुछ दिन पहले उसने छोटा सामान बुक कराया था. जिसकी डिलीवरी आ गई थी और यह 45 परसेंट डिस्काउंट पर डिलीवरी देते थे. उसकी बहन के बच्चों की शादी के लिए उन्होंने दो फ्रीज, दो डबल बेड, दो वॉशिंग मशीन, व अन्य सामान करीब 2 लाख 40 हजार नगद देकर बुक कराया था.
जब आज सामान लेने गए थे तो दुकान बंद मिली थी. एक अन्य पीड़ित मीरा शर्मा महिला ने बताया कि उसने भी अपने बच्चों के लिए और घरेलू सामान खरीदने के लिए सामान बुक कराया था. लेकिन आज जब सामान नहीं आया तो वहां पर गए लेकिन दुकान बंद मिली. इधर पुलिस थाना प्रभारी ने बताया कि इस मामले में कई शिकायतें सामने आई है और कितने लोगों के साथ ठगी हुई है और कितने रुपए की ठगी हुई है यह संपूर्ण शिकायतें आने के बाद ही पता चल सकेगा. लेकिन दुकान शोरूम का मालिक पद्मानंद फरार है और अन्य थानों को भी इसकी सूचना दे दी गई है.