कालवाड़ (जयपुर). जोबनेर पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है. 8 दिन पहले गैर-इरादतन हत्या के मामले में फरार आरोपी को गिरफ्तार किया है. जोबनेर थाना इलाके के बाणढ़या का बास भोजपुरा गांव में गत दिनों डीजे पर नाचने के विवाद को लेकर आरोपी द्वारा कैंपर गाड़ी चढ़ाकर दो लोगों को कुचल दिया था, जिसमें एक लोग की मौके पर ही मौत हो गई थी. वहीं दूसरा व्यक्ति गंभीर रूप घायल हो गया था.
मामले में फरार आरोपी सुरेश सुंडा पुत्र भींवाराम सुंडा को सोमवार को पुलिस ने मालपुरा से गिरफ्तार किया गया. हमले में प्रयुक्त कैंपर कार को पहले ही पुलिस ने जप्त कर लिया था. वहीं मृतक के परिवार जनों ने जोबनेर थाने पर अभियुक्त के नहीं पकड़े जाने पर धरना प्रदर्शन किया, जिस पर मामले को गंभीरता से लेते हुए ग्रामीण एसपी शंकर दत्त शर्मा ने धरना प्रदर्शन कर रहे व्यक्तियों से समझाइश की. इस पर इस मामले में जोबनेर पूर्व थानाधिकारी हितेश खांडल को कार्रवाई नहीं करने के मामले में क्राइम एडीजी रवि प्रकाश मेहरडा द्वारा निलंबित कर दिया गया था.
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क्राइम एडीजी ने धरना प्रदर्शन कर रहे लोगों को 3 दिन का आश्वासन देकर धरना समाप्त करने की बात कही. इस पर जयपुर ग्रामीण एसपी शंकर दत शर्मा के निर्देशन में एएसपी ज्ञान प्रकाश नवल, एडिशनल एसपी धर्मेंद्र यादव, सांभर डिप्टी एसपी कीर्ति सिंह के नेतृत्व में जोबनेर थानाधिकारी जोगेंद्र राठौड़ सांभर, थानाधिकारी हवा सिंह, साइबर टीम के एक्सपर्ट रामस्वरूप द्वारा गठित टीम ने मुखबिरी की सूचनाओं पर आरोपी को मालपुरा से धर दबोचा. वहीं गठित टीम ने आरोपी को पकड़ कर थाने ले आई. वहीं थानाधिकारी जोगेंद्र राठौड़ ने कड़ी पूछताछ की तो अभियुक्त के खिलाफ कई अन्य थानों में भी मुकदमें दर्ज होना बताया.
तीन साल से फरार चल रहे दो आरोपियों को देवली मांझी ग्रामीण पुलिस ने किया गिरफ्तार
पुलिस अधीक्षक कोटा ग्रामीण शरद चौधरी ने बताया, कोटा में चलाए जा रहे स्थाई गिरफ्तारी वारण्टी, मफलर, उदघोषित अपराधी धरपकड अभियान के तहत जिला विशेष टीम कोटा ग्रामीण व पुलिस थाना देवली मांझी ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए दो उद्घोषित वारन्टियों को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है. कुन्हाड़ी थाना निवासी मुल्जिम सददीक पर राजस्थान पुलिस अधीक्षक कोटा ग्रामीण द्वारा 5 हजार रुपए का इनाम घोषित किया हुआ था, जो जिले के टॉप- 10 अपराधियों में भी शामिल था.
दोनों वारन्टियों की तलाश के लिए कोटा ग्रामीण के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पारस जैन के सुपरविजन और सांगोद वृत्ताधिकारी रामेश्वर परिहार के निर्देशन तथा जिला विशेष टीम प्रभारी रामलक्ष्मण व देवली मांझी थानाधिकारी रामावतार शर्मा के नेतृत्व में टीमों का गठन कर दिशा-निर्देश दिए गए थे, जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए सफलता प्राप्त की है.