अलवर. प्रदेश में कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए सरकार ने 24 अप्रैल से जन अनुशासन पखवाड़ा लागू किया था. अनुशासन पखवाड़े के तहत अधिकतर व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रखे गए तो वहीं जरूरी सेवाओं को खोलने की अनुमति दी गई.महीने भर से ज्यादा व्यापार बंद के होने के कारण सबसे ज्यादा व्यापारी प्रभावित रहे. लेकन अब अलवर सहित प्रदेश में संक्रमण का ग्राफ गिरने के बाद सरकार की ओर से लॉकडाउन में ढ़ील दी गई है जिससे व्यापारियों ने राहत की सांस ली.
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संयुक्त व्यापार महासंघ (United Trade Federation) के अध्यक्ष राज कुमार गोयल ने बताया कि संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए सरकार ने प्रदेश में जन अनुशासन पखवाड़ा तो कहीं त्रिस्तरीय लॉकडाउन लगाया था. जिसके कारण लंबे समय तक व्यापार बंद रहा जिसके चलते कई व्यापारियों ने तनाव में आकर आत्महत्या कर ली. लेकिन अब गाइडलाइन की बंदिशों के कारण संक्रमण का ग्राफ काफी हद तक नीचे गिर गया है. जिसके चलते सरकार ने लॉकडाउन में ढील देकर नई गाइडलाइन के अनुसार बाजार खोलने की अनुमति प्रदान की है.
सरकार के इस फैसले का सभी व्यापारी वर्ग स्वागत कर रहे हैं. साथ ही सरकार से यह भी आग्रह है कि जून माह में प्रचंड गर्मी होने के कारण ग्राहक दोपहर में नहीं आ पाते हैं. वहीं सुबह शहर की गलियों के दुकानदार और गांव के व्यापारी सहित शहरवासी खरीदारी करने मुख्य बाजारों में आ जाते हैं जिस कारण बाजार में अनियंत्रित भीड़ हो जाती है. ऐसे में संक्रमण का खतरा भी बढ़ जाता है. इसे ध्यान में रखते हुए दिन में बाजार बंद रखा जाए और शाम को 8 बजे तक बाजार खोलें जाये. जिससे व्यापारियों को व्यापार में सुविधा रहेगी और उन्हें आर्थिक नुकसान भी नहीं होगा.
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अध्यक्ष ने बताया है की व्यापारियों को भी गाइडलाइन को ध्यान में रखकर व्यापार करना चाहिए और ग्राहकों को भी मास्क, सेनेटाइजर व सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखकर ही खरीदारी करनी चाहिए. कहीं बाजारों में कोई व्यापरियी अगर गाइडलाइन का उल्लंघन करता पाया जाए तो उस पर भी नियमानुसार कार्रवाई होनी चाहिए.