अलवर. अलवर पहुंचे केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट पर किए गए सवाल पर बड़ा बयान दिया. उन्होंने सचिन पायलट का नाम लिए बगैर कहा कि अगर कोई भी जनाधार वाला नेता भारतीय जनता पार्टी की रीति-नीति को स्वीकार करते हुए देश के प्रधानमंत्री को अपना सर्वोच्च नेता मानता है और पार्टी ज्वाइन करता है, तो उसका बाहें फैलाकर स्वागत किया जाएगा. शेखावत बाबा बालक नाथ के कार्यालय के उद्घाटन समारोह पर पहुंचे थे.
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पायलट-गहलोत के बीच सास-बहू का विवादः केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने आगे कहा कि भारतीय जनता पार्टी की बदलाव की रीति-नीति है. तीन साल में प्रदेश अध्यक्ष बदले जाते हैं. तीन साल सतीश पूनिया के नेतृत्व में पार्टी ने प्रदेश में कई कीर्तिमान हासिल किए. नए प्रदेश अध्यक्ष के नेतृत्व में युवा जोश से काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा का प्रत्येक कार्यकर्ता और नेता इस बदलाव को स्वीकार करता है और इस बदलाव के लिए हमेशा तैयार रहता है. प्रदेश में कांग्रेस के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच चल रहे विवाद को उन्होंने सास-बहू के विवाद की संज्ञा दी है. उन्होंने कहा कि सास-बहू के विवाद में जिस तरह से बाहर के लोगों को नहीं बोलना चाहिए. इसी तरह से इस मामले पर कोई टिप्पणी करना ठीक नहीं हैं. यह आपस के विवाद हैं और उनको मिलकर ही इस विवाद को निपटाना है.
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राजनीतिक गलियारे में तेज हुईं चर्चाएंः सचिन पायलट के बाबत पूछे गए सवाल पर गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि वह सीधे टिप्पणी नहीं करेंगे. हालांकि इशारों ही इशारों में उन्होंने बहुत कुछ कह दिया. वह बोले अगर कोई भी जनाधार वाला नेता भारतीय जनता पार्टी की नीतियों को अपनाते हुए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपना नेता स्वीकार करता है, तो वह और उनकी पार्टी बाहें फैलाकर उसका स्वागत करेंगे. लगातार एक बार फिर से सचिन पायलट के भाजपा में शामिल होने की चर्चाएं भी उठने लगी हैं. कांग्रेस में जिस तरह से सचिन पायलट के साथ व्यवहार हो रहा है. उसके बाद लगातार राजनीतिक गलियारे में चर्चाओं का दौर तेज हो गया है. दिल्ली में पार्टी के शीर्ष नेता सचिन पायलट से नहीं मिलते. सचिन पायलट ने अभी कुछ दिनों पहले फिर से अपनी कांग्रेस सरकार के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ बयानबाजी करते हुए मोर्चा खोला था.