राजगढ़ (अलवर). सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ. गिर्राज प्रसाद मीना को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने 500 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. ACB के उपाधीक्षक महेंद्र मीना ने बताया कि 21 सितंबर को ढिगावड़ा निवासी गोविंद सिंह राजपूत ने लिखित शिकायत पेश की थी. पीड़ित ने बताया था कि वह वर्तमान में एचपी गैस कम्पनी फेज-2 मायापुरी दिल्ली में कंप्यूटर ऑपरेटर के पद पर कार्यरत है.
गोविंद ने बताया कि वह अपनी बहन की शादी में आया था. 13 दिसंबर को उसका स्वास्थ्य खराब हो जाने के कारण उसने 14 दिसंबर को राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में जाकर कार्यरत डॉ. गिर्राज प्रसाद मीना से मिलकर उपचार कराया. शिकायत में बताया कि 21 दिसंबर की सुबह डॉ. गिर्राज प्रसाद मीना को दिखाने के लिए गया तो उनसे 14 से 22 दिसंबर तक का मेडिकल सर्टिफिकेट देने के लिए निवेदन किया.
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इस पर डॉक्टर ने रोग-आरोग्य प्रमाण-पत्र देने के एवज में 500-600 रुपये की मांग की. 21 दिसंबर को आरोपी डॉ. गिर्राज प्रसाद मीना के पास आरोपी प्रमाणपत्र बनवाने गया. एसीबी के डीएसपी महेंद्र मीना ने बताया कि गुरुवार को 500 रुपये रिश्वत राशि रोग-आरोग्य प्रमाण पत्र देने के बदले में मांगने की पुष्टि हुई.
गुरुवार को आरोपी वरिष्ठ चिकित्साधिकारी प्रभारी डॉ. गिर्राज प्रसाद मीना अपने राजकीय आवास पर परिवादी गोविंद सिंह से उसका रोग-आरोग्य प्रमाण-पत्र जारी करते हुए 500 रुपये की रिश्वत राशि लेने पर रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया.