अलवर. प्रदेश से सबसे ज्यादा क्राइम की बात की जाए तो अलवर का नाम सबसे ऊपर आता है. अकेले अलवर में 18 हजार के आसपास मामले दर्ज होते हैं, तो वहीं पूरे प्रदेश में 16 से 17 हजार मामले दर्ज होते हैं. प्रदेश के सीएम अशोक गहलोत खुद इस बात को स्वीकार कर चुके हैं कि अलवर में क्राइम के हालात खराब हैं. इसलिए अलवर की स्थिति को देखते हुए अलवर में दो एसपी तैनात किए गए हैं. हालांकि अभी तक एसपी की नियुक्ति नहीं हुई है. लेकिन एसपी को नियुक्त करने की प्रक्रिया चल रही है.
अलवर के हालात को देखते हुए अलवर में तुरंत अभय कंट्रोल रूम शुरू किया गया है, जिससे लोगों को तुरंत पुलिस की मदद मिल सके. बदमाशों पर 24 घंटे नजर रखी जा सके. लेकिन अभय कंट्रोल रूम शुरू होने के बाद भी अलवर में हालात खराब है. पुलिस की मदद के लिए 100 नंबर पर फोन करने पर अलवर की जगह जयपुर पुलिस कंट्रोल रूम में फोन लग रहा है. वहीं जयपुर में फोन उठाने वाले पुलिसकर्मी पीड़ित को अलवर पुलिस कंट्रोल रूम का नंबर देते हैं. उसके बाद अलवर के व्यक्ति को अलवर कंट्रोल रूम का नंबर फिर से डायल करना पड़ता है. इस प्रक्रिया में खासा समय लग रहा है. तो वहीं कई तरह की दिक्कतें आ रही हैं.
इस संबंध में जब पुलिस के आला अधिकारियों से संपर्क किया गया तो अलवर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुरेश खींची ने बताया कि तकनीकी रूप से खराबी के चलते इस तरह की दिक्कत आ रही हैं. लेकिन जल्द ही समस्या का समाधान कराया जाएगा. इस संबंध में 100 की जानकारी बीएसएनएल को दी गई है. लेकिन अभी समस्या का समाधान नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि वे खुद व्यक्तिगत रूप से सोमवार को इस समस्या का समाधान कराएंगे.