अजमेर. राजस्थान में एक समय था जब घरों की दीवारों और आंगन को मांडना से सजाया जाता था लेकिन आधुनिक चकाचौंध में मांडना कला गुम होगी है. सावित्री राजकीय कन्या महाविद्यालय की कला संकाय की छात्राओं ने अपने कॉलेज की बाहरी दीवारों पर राजस्थान की प्राचीन लोक कला मांडना उकेर कर लोगों को गुम हो रही मांडना कला को बचाने का संदेश दिया.
अजमेर को स्वच्छ, हरित और सुंदर बनाने के लिए प्रशासन की ओर से प्रयास किये जा रहे है. इसके लिए कलाकार, एनजीओ सहित विभिन्न संगठनों को भी जोड़ा जा रहा है. इस कड़ी में सावित्री राजकीय कन्या महाविद्यालय की कला संकाय की छात्राओं की कार्यशाला आयोजित की गई है. छात्राओं ने कॉलेज के बाहर की दीवारों पर पारंपरिक लोक कला मांडना उकेरी. छात्राओं ने बताया कि मांडना राजस्थान की लोक संस्कृति का कभी अहम हिस्सा थी लेकिन आज के दौर में मांडना कला गुम हो गई है.
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कार्यशाला में कॉलेज की दीवार पर मांडणा बनाकर आमजन को संदेश दिया जा रहा है कि वह अपनी लोक संस्कृति को ना भूलें. उन्होंने बताया कि मांडना की कई विधियां है. छात्राओं ने कॉलेज की दीवार पर विभिन्न प्रकार के मांडणा को पारंपरिक तरीके से ही उकेरा है. उन्होंने कहा कि कॉलेज की दीवार को आकर्षक और सुंदर बनाने के साथ-साथ आमजन को मांडना कला के प्रति जानकारी और जागरूकता करने के उद्देश्य से यह कार्यशाला आयोजित की गई है.