अजमेर. जिले में शुक्रवार को पुलिस लाइन स्थित राजकीय चिकित्सालय में लोगों को अंदर जाने से रोका गया है. इस दौरान एक गर्भवती महिला को भी पुलिस के जवानों ने अंदर जाने से रोक दिया. महिला काफी देर तक मुख्य द्वार पर ही परेशान होती रही. इसके बाद वो बिना डॉक्टर को दिखाए घर लौट गई. महिला ने बताया कि उपचार के लिए डिस्पेंसरी में जा रही थी. लेकिन पुलिस के जवानों ने कहा कि उच्चाधिकारियों के आदेश के बाद आमजन के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है.
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राजकीय चिकित्सालय के मुख्य द्वार पर आ रहे सभी मरीजों को अंदर नहीं जाने दिया जा रहा था. इसके बाद ही मीडियाकर्मी वहां पहुंचे तो कुछ मरीजों को अंदर जाने दिया गया. वहीं, मामले की जानकारी मिलते ही आरएएस अधिकारी देविका तोमर मौके पर पहुंची. उन्होंने कुछ डिस्पेंसरी की व्यवस्थाओं का जायजा लिया. हालांकि, देविका तोमर ने इस पूरे मामले में कुछ कहने से साफ तौर पर इंकार कर दिया. उन्होंने बताया कि पुलिस के जवानों और मरीजों के बीच मिसअंडरस्टैंडिंग थी, जिसको दूर कर दिया गया है.
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आरएएस अधिकारी देविका तोमर ने ये भी कहा कि उच्च अधिकारियों को इस पूरे मामले में जानकारी दी जाएगी. वहीं, डिस्पेंसरी के चिकित्सक डॉ. जेके सिंघानिया ने बताया कि उन्हें जानकारी मिली थी कि मुख्य द्वार पर पुलिस द्वारा मरीजों को रोका जा रहा है, जिस पर आरएएस अधिकारी देविका तोमर ने अधिकारियों से बातचीत कर आश्वासन दिया है.