अजमेर. सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती के 811वें उर्स के मौके पर 25 जनवरी को पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान से भी जायरीन का जत्था अजमेर आएगा. चूड़ी बाजार स्थित सेंट्रल गर्ल्स स्कूल में पाकिस्तानी जायरीन के ठहरने खाने-पीने की व्यवस्था प्रशासन की ओर से की गई है. इस बार पाक जायरीन की सुरक्षा के विशेष इंतजाम किये गए हैं. बायोमेट्रिक सिस्टम से उनके आने-जाने पर नजर रखी जाएगी.
ख्वाजा गरीब नवाज का सालाना उर्स रजब का चांद दिखने पर 22 जनवरी से शुरू होगा. देश और दुनिया में ख्वाजा गरीब नवाज के करोड़ों चाहने वाले हैं. इस कड़ी में पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान से भी 49 वर्षों से पाक जायरीन का जत्था अजमेर में ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह में आता रहा है. इस बार उर्स पर जत्था 2 वर्ष बाद आ रहा है. कोरोना के कारण पाक जायरीन दो वर्ष से जियारत के लिए अजमेर नहीं आ पाए थे.
पढ़ें: Ajmer Sharif Urs 2023: उर्स में तकरीर को लेकर तकरार, बरेलवी बोले माहौल खराब कर रहे चिश्ती
एडीएम सिटी भावना गर्ग ने बताया कि इस बार 450 पाकिस्तानी जायरीन के अजमेर आने की सूचना थी, लेकिन नई सूची के अनुसार करीब 250 जायरीन आ रहे हैं. गर्ग ने बताया कि 25 जनवरी को पाकिस्तानी जायरीन का जत्था अजमेर पहुंचेगा. यहां चूड़ी बाजार स्थित सेंट्रल गर्ल्स स्कूल में पाकिस्तानी जायरीन के भोजन और आवास की व्यवस्था की गई है. पाक जायरीन के आने से पहले ही स्कूल के कमरों की साफ-सफाई, रंग रोगन किया जा रहा है. पाकिस्तानी जायरीन को बेहतर सहूलियत मिले, इसको लेकर व्यवस्थाओं को अंतिम रूप दिया जा रहा है.
पढ़ें: Good News : अजमेर उर्स में अन्य राज्यों से जायरीनों को लाने वाली बसों को रियायत, गहलोत ने दी मंजूरी
सुरक्षा के रहेंगे विशेष इंतजाम: एडीएम सिटी भावना गर्ग ने बताया कि पाकिस्तानी जायरीन पुलिस और सीआईडी की निगरानी में रहेंगे. इस बार पाक जायरीन के आने—जाने की व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के लिए बायोमेट्रिक व्यवस्था की जा रही है. उनके ठहरने के स्थान पर आते-जाते समय बायोमेट्रिक एंट्री होगी. इससे प्रत्येक पाक जायरीन के का रिकॉर्ड रहेगा. उन्होंने बताया कि इस बार सभी पाक जायरीन को एक साथ जियारत के लिए भेजा और लाया जाएगा.