अजमेर. देश के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ रविवार को पुष्कर दौरे पर हैं. उपराष्ट्रपति की सुरक्षा के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं. वह पुष्कर में जगतपिता ब्रह्मा के दर्शन करेंगे. इसके तहत ब्रह्मा मंदिर में सुबह 8 से 12 बजे तक दर्शनार्थी मंदिर में प्रवेश नहीं कर पाएंगे. मंदिर में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है. पुष्कर के जाट विश्राम स्थली के पास निजी खातेदार की भूमि पर बनाए गए अस्थाई हेलीपैड से उपराष्ट्रपति को सड़क मार्ग से होते हुए ब्रह्मा मंदिर जाएंगे. उपखंड अधिकारी निखिल कुमार ने बताया कि सुरक्षा के मद्देनजर 2 घंटे ब्रह्मा मंदिर के समीप बाजार भी बंद रहेगा. बताया जा रहा है कि उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के साथ उनकी पत्नी सुदेश धनखड़ भी साथ हैं.
उपराष्ट्रपति का यह रहेगा कार्यक्रम : उपराष्ट्रपति ब्रह्मा मंदिर में दर्शन के बाद निकट ही जाट शिव मंदिर में पूजा-अर्चना करेंगे. दोनों ही मंदिरों की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है. यहां प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों सहित चंद लोगों को ही अनुमत किया गया है. बताया जा रहा है कि पुष्कर में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का दौरा एक घंटे का है. यहां से वह अपनी पत्नी के साथ हवाई मार्ग से नागौर जिले के मेड़ता के लिए रवाना होंगे. जहां वे पूर्व केंद्रीय मंत्री नाथूराम मिर्धा स्मृति स्मारक पर मूर्ति अनावरण कार्यक्रम में शिरकत करेंगे.
तीर्थ पुरोहितों ने कहा सरोवर की पूजा है जरूरी : श्री तीर्थ गुरु पुष्कर पुरोहित संघ ट्रस्ट के अध्यक्ष लाडू राम शर्मा ने बताया कि उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की तीर्थ गुरु पुष्कर यात्रा को लेकर तीर्थ पुरोहितों में रोष व्याप्त है. उन्होंने कहा कि आदि अनादि काल से तीर्थ गुरु पुष्कर की यात्रा पवित्र पुष्कर सरोवर का स्नान ध्यान पूजा अर्चना अर्थात तीर्थ गुरु पुष्कर सरोवर दर्शन पूजन बिना यात्रा निष्फल मानी गई है. सरोवर की पूजा अर्चना के बाद ही ब्रह्मा मंदिर के दर्शन करने पर तीर्थ यात्रा को सफल एवं पूर्ण माना जाता रहा है. यह हम नहीं चारों वेद, पदम पुराण, उपनिषदों में वर्णन बताया गया है. उपराष्ट्रपति की यात्रा केवल ब्रह्मा मंदिर का दर्शन कर पूर्ण की जा रही है. जिससे कि सनातन धर्मावलंबियों एवं तीर्थ पुरोहितों में रोष है. यह पत्र तीर्थ पुरोहित संघ ट्रस्ट के अध्यक्ष लाडू राम शर्मा ने मीडिया में भी जारी किया है.
पुश्तैनी तीर्थ पुरोहित ने भी किया आग्रह : उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के पुश्तैनी तीर्थ पुरोहित सुमित पाराशर और हर्ष पाराशर ने भी पुष्कर उपखंड अधिकारी को उपराष्ट्रपति के नाम पत्र दिया है. दोनों ने दुख जताते हुए उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से निवेदन किया है कि तीर्थराज पुष्कर की जो परंपरा है उसे कायम रखते हुए पवित्र सरोवर की पूजा अर्चना करने के लिए अवश्य पधारें.