अजमेर. मृतक के सामान से मिले आधार कार्ड से शव की पहचान हो गई है. जीआरपी थाना पुलिस मामले में जांच कर रही है. जीआरपी थाना प्रभारी मनोज कुमार ने बताया कि अजमेर रामेश्वरम ट्रेन संख्या 20974 के पार्सल यार्ड में एक वृद्ध नाथ संप्रदाय से जुड़े हुए साधु की लाश मिली है. उसके चेहरे और दाएं कान की ओर गहरे जख्म के निशान हैं.
शव के समीप काफी खून बिखरा हुआ था. मौके से एक चाकू भी मिला है. इसके अलावा एक थैला मिला है जिसमें साधु के कपड़े थे. सूचना मिलते ही एफएसएल टीम को मौके पर बुलाया गया. एफएसएल टीम ने मौके से साक्ष्य जुटाए हैं वहीं जीआरपी पुलिस की टीम ने मौका मुआयना कर शव को जेएलएन अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया है. उन्होंने बताया कि साधु के थैले में से एक आधार कार्ड भी मिला है. जिस पर उसका नाम पता लिखा हुआ था. वृद्ध साधु की पहचान 75 वर्षीय हरियाणा निवासी राम दिया के रूप में हुई है.
साधु के बेटे से संपर्क किया गया है. थाना प्रभारी मनोज कुमार ने बताया कि परिजनों को मामले की जानकारी दी है वह अजमेर के लिए रवाना हो चुके हैं. उन्होंने बताया कि वृद्ध साधु ट्रेन में पार्सल यार्ड में खाली जगह देख कर बैठ गया. साधु के साथ और कौन व्यक्ति था. इसको लेकर जांच की जा रही है. उन्होंने बताया कि प्रथम दृष्टया मामले को हत्या मानकर अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ थाने में हत्या का प्रकरण दर्ज किया गया है. थाना प्रभारी मनोज कुमार ने बातचीत में संकेत दिया है कि जल्द ही वृद्ध साधु के हत्यारे को गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
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घूमता रहता था साधु- बताया जा रहा है कि साधु के कानों में बड़े-बड़े कुंडल है. इस लिहाज से वह नाथ संप्रदाय से माना जा रहा है. जीआरपी थाना प्रभारी मनोज कुमार ने बताया कि उसके परिजनों से हुई बातचीत में पता चला है कि वृद्ध साधु राम दिया एक जगह न रहकर अलग-अलग शहरों में घूमता रहता था. भीलवाड़ा से वह ट्रेन में चढ़ा था. आगे वह कहां जा रहा था इसके बारे में नहीं कहा जा सकता. उन्होंने बताया कि फिलहाल वृद्ध साधु की हत्या का कारण स्पष्ट नहीं है. भीलवाड़ा रेलवे स्टेशन पर लगे सीसीटीवी कैमरे भी खंगाले जा रहे हैं. जीआरपी थाना पुलिस मामले की तहकीकात कर रही है.