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पंजाब की जेल में बंद भूपेंद्र सिंह खरवा ने ली पेट्रोल पंप पर फायरिंग की जिम्मेदारी, सोशल मीडिया पर किया पोस्ट

अजमेर में पेट्रोल पंप पर फायरिंग के मामले में अजमेर पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. दरअसल पंजाब की फरीदकोट जेल में बंद भूपेंद्र सिंह खरवा के इशारे पर पेट्रोल पंप पर फायरिंग की वारदात को अंजाम दिया था. भूपेंद्र सिंह जेल में बंद होने वावजूद भी सोशल मीडिया पर एक्टिव था.

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पंजाब की जेल में बंद भूपेंद्र सिंह खरवा ने ली पेट्रोल पंप पर फायरिंग की जिम्मेदारी
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Published : Oct 31, 2021, 7:49 PM IST

अजमेर. 20 अक्टूबर को इंडिया मोटर चौराहे के समीप गुजराती पेट्रोल पंप पर हुई ताबड़तोड़ फायरिंग के मामले में अजमेर पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. पुलिस ने मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों में से एक ने पेट्रोल पंप पर फायरिंग की थी. इससे पहले आरोपियों ने व्हाट्सएप कॉलिंग के माध्यम से पेट्रोल पंप संचालक के बेटे और पार्टनर से 5 करोड़ रुपये की फिरौती मांगी थी.

अजमेर एसपी विकास शर्मा ने पेट्रोल पंप पर हुई ताबड़तोड़ फायरिंग के मामले में खुलासा करते हुए बताया कि नसीराबाद सदर थाना क्षेत्र के लच्छी पूरा गांव निवासी नरेंद्र सिंह उर्फ मोनू एवं पाली जिले के सिरियारी गांव निवासी पप्पू सिंह को गिरफ्तार किया गया है. मामले में सामने आया है कि नरेंद्र सिंह उर्फ मोनू पिछले 6 महीने से गुजराती स्कूल के सामने स्थित पेट्रोल पंप के मालिक नमन गर्ग की रेकी कर रहा था. जिसके बाद मोनू ने पेट्रोल पंप मालिक नमन गर्ग के बारे में पूरी जानकारी पंजाब जेल में बंद भूपेंद्र सिंह खरवा को उपलब्ध करवाई थी. इसके बाद दोनों ने पट्रोल पंप मालिक से 5 करोड़ रुपये की फिरौती मांगी. पुलिस के मुताबिक पंजाब जेल में बंद भूपेंद्र सिंह खरवा के ईशारे पर ही नरेंद्र सिंह उर्फ मोनू और पप्पू सिंह उर्फ पपसा ने पेट्रोल पंप पर फायरिंग की वारदात को अंजाम दिया था.

पढ़ें. एस्कॉर्ट सर्विस के नाम पर युवक से एक लाख रुपए की लूट

56 पुलिस अधिकारी और कर्मचारियों ने सुलझाई वारदात की गुत्थी

वारदात के बाद आरोपियों को पकड़ने के लिए 56 पुलिस अधिकारी और कर्मचारी लगे हुए थे. एमओबी साइबर सेल और एफएसएल टीम के अलावा कई थानों के अधिकारी और कर्मचारी भी जुटे हुए थे. इस दौरान पुलिस को पप्पू सिंह और पपसा के बारे में सुराग मिला. पप्पू सिंह एक होटल में काम करता था. वारदात के बाद से ही वह गायब था. पप्पू सिंह की गिरफ्तारी के बाद उससे कड़ी पूछताछ की गई, तो पुलिस को मोनू के बारे में जानकारी मिली. रविवार को पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.

पंजाब की फरीदकोट जेल में बंद है भूपेंद्र सिंह खरवा

मामले में मुख्य सूत्रधार पंजाब की फरीदकोट जेल में बंद भूपेंद्र सिंह खरवा को पेट्रोल पंप पर ताबड़तोड़ फायरिंग के मामले में पुलिस अजमेर लेकर आएगी. बता दें कि पेट्रोल पंप व्यवसायी के बेटे नमन गर्ग पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाने और 5 करोड़ की रंगदारी मांगने की जिम्मेदारी पंजाब के फरीदकोट जेल में कैद भूपेन्द्रसिंह खरवा ने ली है. उसने शनिवार रात सोशल मीडिया पर पोस्ट डाल कर फायरिंग की जिम्मेदारी लेते हुए पुलिस और उसके खिलाफ चलने वालों को चुनौती दी. उसने गैंगस्टर लॉरेन्स के ग्रुप को भी टैग किया है. सोशल मीडिया पर पोस्ट के बाद पुलिस साइबर सेल सक्रिय हो गई है.

पढ़ें- जोधपुर के उम्मेद भवन म्यूजियम के नल चोरी, मामला दर्ज

अजमेर में पेट्रोल पंप पर फायरिंग के मामले में रिश्तेदार के दबोचे जाने के बाद भूपेंद्र सिंह खरवा ने शनिवार रात सोशल मीडिया पर गैंगस्टर लॉरेन्स विश्नोई ग्रुप को टैग करते हुए एक पोस्ट डाली थी. इसमें भूपेंद्र सिंह ने 20 अक्टूबर रात 9 बजे कचहरी रोड पर गुजराती पेट्रोल पम्प पर गोलियां चलाने की जिम्मेदारी ली थी. उसने पोस्ट के जरिए प्रशासन से यह भी कहा है कि उस पर जो कानूनी कार्रवाई बनती है वह करें, लेकिन उसके किसी भाई को परेशान नहीं किया जाए. बता दे कि भूपेंद्र सिंह ने इससे 4 महीने पहले भी सोशल मीडिया पर धमकी दी थी. उसने मासूम बालिका से बलात्कार और निर्मम हत्या के आरोपी सुरेन्द्र उर्फ सेतु को कोर्ट के बाहर गोली मारने की धमकी दी थी. तब पुलिस ने सुरेन्द्र उर्फ संतु को कड़े सुरक्षा घेरे में कोर्ट और फिर जेल पहुंचाया था. इसके बाद भूपेंद्र सिंह ने पंप व्यवसायी को कॉल कर 5 करोड़ की फिरौती मागीं थी.

अजमेर. 20 अक्टूबर को इंडिया मोटर चौराहे के समीप गुजराती पेट्रोल पंप पर हुई ताबड़तोड़ फायरिंग के मामले में अजमेर पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. पुलिस ने मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों में से एक ने पेट्रोल पंप पर फायरिंग की थी. इससे पहले आरोपियों ने व्हाट्सएप कॉलिंग के माध्यम से पेट्रोल पंप संचालक के बेटे और पार्टनर से 5 करोड़ रुपये की फिरौती मांगी थी.

अजमेर एसपी विकास शर्मा ने पेट्रोल पंप पर हुई ताबड़तोड़ फायरिंग के मामले में खुलासा करते हुए बताया कि नसीराबाद सदर थाना क्षेत्र के लच्छी पूरा गांव निवासी नरेंद्र सिंह उर्फ मोनू एवं पाली जिले के सिरियारी गांव निवासी पप्पू सिंह को गिरफ्तार किया गया है. मामले में सामने आया है कि नरेंद्र सिंह उर्फ मोनू पिछले 6 महीने से गुजराती स्कूल के सामने स्थित पेट्रोल पंप के मालिक नमन गर्ग की रेकी कर रहा था. जिसके बाद मोनू ने पेट्रोल पंप मालिक नमन गर्ग के बारे में पूरी जानकारी पंजाब जेल में बंद भूपेंद्र सिंह खरवा को उपलब्ध करवाई थी. इसके बाद दोनों ने पट्रोल पंप मालिक से 5 करोड़ रुपये की फिरौती मांगी. पुलिस के मुताबिक पंजाब जेल में बंद भूपेंद्र सिंह खरवा के ईशारे पर ही नरेंद्र सिंह उर्फ मोनू और पप्पू सिंह उर्फ पपसा ने पेट्रोल पंप पर फायरिंग की वारदात को अंजाम दिया था.

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56 पुलिस अधिकारी और कर्मचारियों ने सुलझाई वारदात की गुत्थी

वारदात के बाद आरोपियों को पकड़ने के लिए 56 पुलिस अधिकारी और कर्मचारी लगे हुए थे. एमओबी साइबर सेल और एफएसएल टीम के अलावा कई थानों के अधिकारी और कर्मचारी भी जुटे हुए थे. इस दौरान पुलिस को पप्पू सिंह और पपसा के बारे में सुराग मिला. पप्पू सिंह एक होटल में काम करता था. वारदात के बाद से ही वह गायब था. पप्पू सिंह की गिरफ्तारी के बाद उससे कड़ी पूछताछ की गई, तो पुलिस को मोनू के बारे में जानकारी मिली. रविवार को पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.

पंजाब की फरीदकोट जेल में बंद है भूपेंद्र सिंह खरवा

मामले में मुख्य सूत्रधार पंजाब की फरीदकोट जेल में बंद भूपेंद्र सिंह खरवा को पेट्रोल पंप पर ताबड़तोड़ फायरिंग के मामले में पुलिस अजमेर लेकर आएगी. बता दें कि पेट्रोल पंप व्यवसायी के बेटे नमन गर्ग पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाने और 5 करोड़ की रंगदारी मांगने की जिम्मेदारी पंजाब के फरीदकोट जेल में कैद भूपेन्द्रसिंह खरवा ने ली है. उसने शनिवार रात सोशल मीडिया पर पोस्ट डाल कर फायरिंग की जिम्मेदारी लेते हुए पुलिस और उसके खिलाफ चलने वालों को चुनौती दी. उसने गैंगस्टर लॉरेन्स के ग्रुप को भी टैग किया है. सोशल मीडिया पर पोस्ट के बाद पुलिस साइबर सेल सक्रिय हो गई है.

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अजमेर में पेट्रोल पंप पर फायरिंग के मामले में रिश्तेदार के दबोचे जाने के बाद भूपेंद्र सिंह खरवा ने शनिवार रात सोशल मीडिया पर गैंगस्टर लॉरेन्स विश्नोई ग्रुप को टैग करते हुए एक पोस्ट डाली थी. इसमें भूपेंद्र सिंह ने 20 अक्टूबर रात 9 बजे कचहरी रोड पर गुजराती पेट्रोल पम्प पर गोलियां चलाने की जिम्मेदारी ली थी. उसने पोस्ट के जरिए प्रशासन से यह भी कहा है कि उस पर जो कानूनी कार्रवाई बनती है वह करें, लेकिन उसके किसी भाई को परेशान नहीं किया जाए. बता दे कि भूपेंद्र सिंह ने इससे 4 महीने पहले भी सोशल मीडिया पर धमकी दी थी. उसने मासूम बालिका से बलात्कार और निर्मम हत्या के आरोपी सुरेन्द्र उर्फ सेतु को कोर्ट के बाहर गोली मारने की धमकी दी थी. तब पुलिस ने सुरेन्द्र उर्फ संतु को कड़े सुरक्षा घेरे में कोर्ट और फिर जेल पहुंचाया था. इसके बाद भूपेंद्र सिंह ने पंप व्यवसायी को कॉल कर 5 करोड़ की फिरौती मागीं थी.

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