अजमेर. गहलोत सरकार ने खाद्य पदार्थों में मिलावटखोरी पर अंकुश लगाने के लिए प्रदेश में 'शुद्ध के लिए युद्ध' अभियान चला रखा है. वहीं, अजमेर में भी एसडीएम अवधेश मीणा के नेतृत्व में 'शुद्ध के लिए युद्ध' अभियान का आगाज कर दिया गया है. जिसके तहत सोमवार को खाद्य सुरक्षा विभाग और अजमेर सरस डेयरी की दुग्ध जांच टीम ने संयुक्त रूप से मावा और मिठाई की दुकानों पर छापेमार कार्रवाई की.
बता दें कि, त्योहारी सीजन में मिलावट खोर खाद्य सामग्रियों में मिलावट कर चांदी कूटते हैं. ऐसे में आगामी त्योहारी सीजन नें लोगों को शुद्ध खाद्य सामग्री उपलब्ध कराने के लिए प्रदेश सरकार ने ये इस अभियान को चलाया है. अजमेर में भी खाद्य सुरक्षा विभाग और अजमेर सरस डेयरी की दुग्ध जांच टीम एक साथ मिलकर शहर की मावा और मिठाई की दुकानों पर खाद्य वस्तुओं की गुणवत्ता की जांच कर रही है. जिसका नतीजा धरातल पर भी देखने को मिल रहा है. 'शुद्ध के लिए युद्ध अभियान' के आगाज होते ही जिले के मिलावटखोरों में हड़कंप मचा गया है.
सोमवार को टीमों ने कई जगहों से मिठाई और मावे के सैंपल लिए हैं. जिन्हें जांच के लिए प्रयोगशाला भिजवाया गया है. कई जगहों पर तो टीम के साथ मौजूद डेयरी प्रोडक्ट की जांच विशेषज्ञ टीम ने मौके पर ही मावे से बनी मिठाइयों की जांच की. जिसके बाद कुछ जगह मिठाइयों में मिलावट का अंदेशा होने पर उन्हें मौके पर ही फेंका गया.
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एसडीएम अवधेश मीणा ने बताया कि राजस्थान सरकार के मिलावटखोरी पर अंकुश लगाने के लिए शुद्ध के लिए युद्ध अभियान चलाने के निर्देश दिए थे. जिसके तहत जिलेभर में दूध और दूध से बने उत्पादों में मिलावट को रोकने के लिए कार्रवाई शुरू की गई है. कार्रवाई में दुकानों से जांच के लिए सैंपल लिए जा रहे हैं. वहीं, मौके पर भी एक टीम जांच कर रही है. जांच में घटिया सामग्री का प्रयोग करने वाले दुकानदारों के खिलाफ केस बनाए जा रहे हैं और उन पर जुर्माना भी लगया जाएगा.