अजमेर. किसी भी प्रकार से अजमेर में सांप्रदायिक माहौल खराब ना हो इसके लिए जिला पुलिस की ओर से उर्स मेले के दौरान 11 सेक्टर बनाकर 6000 जवान तैनात रहेंगे. यह पहला मौका होगा जब इतनी बड़ी संख्या में उर्स मेले की सुरक्षा में पुलिसकर्मी तैनात होंगे, जो चप्पे-चप्पे पर नजर रखेंगे.
भारत-पाकिस्तान के बीच चल रहे विवाद का असर धार्मिक स्थानों पर भी देखने को मिल रहा है. अजमेर के ख्वाजा गरीब नवाज की बारगाह पहुंचते ही जिला पुलिस अधीक्षक की ओर से आदेश निकाला गया है. जिसमें उन्होंने तमाम पुलिसकर्मियों के आतंकी द्वारा अजमेर में सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने की संभावना जताई है.
ऐसी संभावनाओं को देखते हुए प्रत्येक पुलिस कर्मी को दूर- दराज और अन्य राज्यों के साथ अन्य देशों से पहुंचने वाले जायरीनो की तलाशी देने के निर्देश दिए हैं. पहली बार इस उर्स के दौरान पुलिस कर्मियों का एक स्थान चिन्हित कर दिया गया.जिससे वहीं मौजूद रहकर प्रत्येक गतिविधि को देखना होगा.इसके साथ ही सीसीटीवी वह सादा वर्दी धारी के साथ खुफिया एजेंसियों को भी सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं.
बता दें कि ख्वाजा गरीब नवाज उर्स मेले की सुरक्षा के लिए जिला पुलिस ने 11 सेक्टर बनाए हैं. जिनमें अलग-अलग रूप से सुरक्षाकर्मी तैनात किए जायेगें. जिला पुलिस की ओर से पुलिस बल सीआरपीएफ बटालियन के साथ होमगार्ड के 6000 जवान तैनात किए जायेगें. जिनमें 21 अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक 59 पुलिस उप अधीक्षक 67 पुलिस निरीक्षक के साथ 404 सहायक उप निरीक्षक अधिकारी शामिल रहेंगे.उर्स के दौरान सभी गतिविधियों पर नजर रखेंगे. मेले के दौरान कायड़ से ख्वाजा गरीब नवाज तक पुलिस की पैनी नजर रहेगी. पुलिस द्वारा उनके साथ ही अजमेर के ट्रैफिक व्यवस्था पर विशेष जोर दिया गया है.
अजमेर ख्वाजा गरीब नवाज विश्व में शांति औरसद्भावना के प्रतीक के रूप में देखा जाता है.ऐसे में आतंकियों द्वारा अजमेर में शांति और सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने का प्रयास किया जा सकता है. इसी को ध्यान में रखकर पुलिस कोई कोताही नहीं बरतना चाहती है.