उदयपुर. केंद्र की मोदी सरकार का तीसरा बजट सोमवार को आएगा. इस बजट को लेकर जहां सरकार राहत देने की बात कर रही है. वहीं दूसरी ओर वैश्विक महामारी कोरोना के बाद ये बजट लोगों की आकांक्षा और अपेक्षाओं पर कितना खरा उतरता है, इसका पता तो सोमवार को लगेगा, लेकिन लोगों को इस बजट को लेकर खासी उम्मीद है. क्योंकि कोरोना महामारी ने हर वर्ग के लोगों को खासा परेशान किया है. जिससे परिवार का भरण पोषण करना भी अब मुश्किल बड़ा होने लगा है.
ईटीवी भारत की टीम भी ये जानने के लिए निकली इस बजट को लेकर ग्रहणी महिलाओं को कितनी उम्मीद है. क्योंकि खास करके महिलाओं को परिवार रसोई चलाना कितना मुश्किल भरा हो रहा है और इस बजट को लेकर महिलाओं की क्या अपेक्षा है क्योंकि खुदरा महंगाई लगातार आसमान छोरी है. खासकर के सिलेंडर के दाम को लेकर भी महिलाओं की राय जानी महिलाओं का कहना था कि लगातार कोरोना के बाद सही सिलेंडर के दाम में निरंतर वृद्धि हुई जिससे रसोई के खर्च पर भारी बोझ पड़ने लगा है.
सरकार से यही अपील है कि सिलेंडर की बढ़ी हुई दरों को कम करें. दूसरी तरफ रसोई के अन्य सामान जैसे तेल, दाल इनकी कीमतें भी कम करनी चाहिए, जिससे परिवार चलाने में राहत मिल सके.
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महिलाओं का कहना था कि पेट्रोल और डीजल के दाम भी लगातार आसमान छू रहे हैं. इनकी कीमतों को सरकार को अपने पिटारे से कम करना चाहिए. महिलाओं ने बताया कि कोरोना के बाद आर्थिक स्थिति भी कमजोर हुई है. इसलिए परिवार का भरण पोषण आसानी से हो सके सरकार को अपने बजट में राहत देनी चाहिए. अब देखना होगा कि निर्मला सीतारमण के पिटारे से क्या निकलता है. जिससे निम्न और मध्यम वर्ग के लोगों को राहत मिलती है.