उदयपुर. कोरोना वायरस संक्रमण के बाद राजस्थान पुलिस की छवि में काफी बदलाव आया है. यह कहना है राजस्थान के सीनियर आईपीएस और उदयपुर पुलिस अधीक्षक कैलाश विश्नोई का. उदयपुर में ईटीवी भारत से खास बातचीत में कैलाश विश्नोई ने बताया कि कोरोना संक्रमण के इस दौर में जब लॉकडाउन लागू हुआ तब से पुलिस ने आम आदमी की सुरक्षा के साथ ही उसके स्वास्थ की भी चिंता की.
घर में राशन पहुंचाने के साथ दवाइयां पहुंचाने या अन्य जरूरत पर पुलिस के जवान हमेशा मदद के लिए 24 घंटे खड़े रहे. इन सभी कारण से राजस्थान में पुलिस की छवि काफी बदल गई है और उम्मीद है कि पुलिस का यह रूप आगे भी बना रहेगा. वहीं बिश्नोई ने बताया कि कोरोना संक्रमण के इस दौर को पुलिस ने सेवा के साथ मौके के रूप में भी चुना. इसी का नतीजा है कि पुलिस ने लंबे समय से वांछित अपराधियों को भी पकड़ लिया.
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उदयपुर एसपी ने बताया कि यह अपराधी पिछले लंबे समय से जिले से बाहर थे लेकिन जब लॉकडाउन लागू हुआ तो यह दूसरे राज्यों से फिर अपने प्रदेश आ गए और छुपकर रहने लगे. ऐसे में पुलिस ने योजनाबद्ध तरीके से इन सभी अपराधियों को पकड़ा जिससे अपराध की वारदातों पर भी लगाम लगी. उदयपुर एसपी ने बताया कि कोरोना संक्रमण के इस दौर में पुलिस के जवानों का भी पूरा ध्यान रखा गया है. उन्हें हर संभव मदद मुहैया करवाई जा रही है ताकि वह जनता की मदद कर सकें.
वहीं इस दौरान उदयपुर पुलिस के अधीक्षक कैलाश विश्नोई ने कोविड नियमों का पालन न करने पर जनता के काटे जा रहे चालान पर कहा कि इस महामारी के दौर में जनता को सुरक्षित रखना पुलिस की पहली जिम्मेदारी है. पुलिस उसी के तहत ही काम कर रही है और जनता को भी उनका पूरा साथ देना चाहिए. कोविड नियमों की पालना करनी चाहिए क्योंकि कोरोना संक्रमण से बचाव ही उसका उपचार है.