उदयपुर. सोमवार को आयोजित नगर निगम की दूसरी साधारण सभा की बैठक हंगामेदार रही. बैठक में कांग्रेसी पार्षदों की ओर से शहर के विकास के मुद्दे पर चर्चा की बात रखी गई और ऐसा न होने पर जमकर हंगामा हुआ.
बैठक की शुरुआत जहां उदयपुर नगर निगम की समिति अध्यक्षों की घोषणा के साथ हुई. तो वहीं इसके बाद में कांग्रेसी पार्षदों ने शहर के विकास और बदहाल स्थिति को लेकर चर्चा की बात रखी. लेकिन मंच पर मौजूद महापौर, उपमहापौर और विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कांग्रेसी पार्षदों की इस बात को स्वीकार नहीं किया और सिर्फ समिति अध्यक्षों के ऐलान के बाद ही बैठक को समाप्त कर दिया.
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जिसके बाद कांग्रेसी पार्षदों ने जमकर विरोध किया और नारेबाजी कर धरना प्रदर्शन भी किया. इसके बाद कांग्रेसी पार्षदों के दल ने महापौर गोविंद सिंह और विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया से बातचीत भी की. लेकिन कोई समाधान नहीं निकला, जिसके बाद में कांग्रेसी पार्षद मायूस होकर निगम से रवाना हो गए. कांग्रेसी पार्षदों का कहना था कि उन्होंने शहर के विकास पर बात करनी चाही थी. लेकिन बीजेपी के नेताओं ने उनके इस कर्तव्य को पूरा नहीं होने दिया.