श्रीगंगानगर. जिले में दीपावली से पहले शहर की सफाई के लिए रखे गए 350 सफाई श्रमिकों की परेशानी का हल निकलता दिखाई नहीं दे रहा है. हर स्तर पर प्रयास किए गए, लेकिन मानदेय भुगतान के लिए कोई तैयार नहीं है. ऐसे में अखिल भारतीय सफाई मजदूर कांग्रेस ने 18 जनवरी को शहर की सफाई व्यवस्था ठप करते हुए हड़ताल पर जाने का फैसला किया है. इस दौरान नगर परिषद के स्थाई और अस्थाई सफाई कर्मचारी भी हड़ताल पर रहेंगे.
वहीं, अखिल भारतीय सफाई मजदूर यूनियन के शिष्टमंडल ने गुरुवार को जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर स्थाई और अस्थाई सफाई कर्मचारियों की ज्वलंत समस्याओं का निराकरण करने की मांग की है. इनकी मानें तो नगर परिषद की ओर से अस्थाई सफाई कर्मचारियों को नवंबर और दिसंबर 2020 के वेतन का मानदेय भुगतान अभी तक नहीं किया गया है, जिससे उन्हें और उनके परिवार को भरण-पोषण में भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है.
यूनियन के सदस्यों ने बताया कि इन अस्थाई कर्मचारियों ने नियमित रूप से काम किया है और आवश्यकता पड़ने पर अवकाश के दौरान भी काम करते हैं. इसके बावजूद इनका मानदेय भुगतान समय पर नहीं किया जा रहा है. सफाई यूनियन के अध्यक्ष उमेश वाल्मीकि ने बताया कि श्रीगंगानगर नगर परिषद में 144 सफाई कर्मचारियों की नियुक्ति 2018 में हुई थी, जिनके 2 साल का प्रोबेशन पीरियड जुलाई 2020 में पूरा हो गया है, लेकिन इनका स्थाईकरण अब तक नहीं किया गया है और ना ही इनके दस्तावेज तैयार किए गए हैं. इस संबंध में पहले भी ज्ञापन दिया गया है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है.