श्रीगंगानगर. नहरबंदी के दौरान नहरों की सफाई नहीं होने से आक्रोशित किसान गुरुवार को जिला कलेक्टर जाकिर हुसैन से मिले. किसानों ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर गंगनहर की शीघ्र सफाई करवाने की मांग की है. उन्होंने कहा कि नहरबंदी को 10 दिन हो गए हैं, लेकिन अभी तक सफाई करवाना तो दूर नहर का निरीक्षण तक नहीं किया गया है.
गंगनहर में नहरबंदी में अभी 10 दिन बाकी है अगर दो-तीन दिन में सफाई का काम शुरू नहीं हुआ तो आंदोलन किया जाएगा. गंगनहर किसान समिति के नेताओं ने बताया कि सिंचाई विभाग के अधिकारी आईजीएनपी की नहरों को संभालने में लगे हुए हैं, जबकि वहां तो नहरबंदी का समय भी लम्बा है. गंगनहर की नहर के पुल मिट्टी से अटे पड़े हैं और हालात चिंताजनक है. फिर भी अभी तक सिंचाई विभाग के अधिकारियों द्वारा नहरों का निरीक्षण नहीं किया गया है.
यह भी पढ़ें- कोरोना की दूसरी लहर खतरनाक, कोविड प्रोटोकॉल की पालना करें: CM गहलोत
उन्होंने कहा कि अक्टूबर 2020 में जलापूर्ति के दौरान विभाग ने नहरों की आधी अधूरी सफाई करवाई थी. इसमें बजट तो पूरा खर्च कर दिया, लेकिन सफाई के नाम पर खानापूर्ति की गई. अब नहरबंदी में भी विभाग सफाई को लेकर गंभीर नहीं है. किसानों के अनुसार कलेक्टर ने उन्हें आश्वासन दिया कि सिंचाई विभाग से जल्द रिपोर्ट लेकर गंगनहर की सफाई शुरु करवा दी जाएगी.