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इलाज के दौरान बच्चे की मौत, परिजनों ने लगाया लापरवाही का आरोप - श्रीगंगानगर न्यूज

श्रीगंगानगर में एक अस्पताल द्वारा इलाज के दौरान लापरवाही का मामला सामने आया है. इस लापरवाही के कारण तीन माह के बच्चे को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा है. बच्चे की मौत से नाराज परिजनों ने इसके बाद अस्पताल में जमकर हंगामा मचाया.

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दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के खिलाफ दर्ज कराया मामला
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Published : Jan 31, 2020, 1:06 PM IST

Updated : Jan 31, 2020, 2:02 PM IST

श्रीगंगानगर. जिले में एक अस्पताल द्वारा इलाज के दौरान लापरवाही का मामला सामने आया है. इस लापरवाही के कारण तीन माह के बच्चे को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा है. बच्चे की मौत से नाराज परिजनों ने इसके बाद अस्पताल में जमकर हंगामा मचाया.

दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के खिलाफ दर्ज कराया मामला

परिजनों का आरोप है, कि अस्पताल प्रशासन ने इलाज में लापरवाही बरती है, जिसके कारण बच्चे की मौत हुई है. आपको बता दें कि मासूम को गत 27 जनवरी को अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. बच्चे को निमोनिया की शिकायत थी.

अस्पताल प्रशासन ने परिजनों को ही ठहराया जिम्मेदार...

परिजनों के मुताबिक, अस्पताल प्रशासन ने अपनी गलती मानने के बजाय उन्हीं को बच्चे की मौत के लिए जिन्मेदार ठहरा दिया. अस्पताल प्रशासन ने कहा, कि परिजनों ने बच्चे को गलत तरीके से दूध पिलाया है, जिसके कारण बच्चे की मौत हुई है.

यह भी पढे़ंः SMS अस्पताल के नाम दर्ज हुई बड़ी उपलब्धि, पहली बार 6 साल के बच्चे का हुआ किडनी ट्रांसप्लांट

इससे बाद परिजनों का गुस्सा और भी बढ़ गया और वे अस्पताल प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे. इसी बीच सूचना मिलने पर पुलिस भी मौके पर पहुंची और परिजनों का पक्ष सुना.

दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के खिलाफ दर्ज कराया मामला...

फिलहाल दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के खिलाफ जवाहर नगर पुलिस थाने में मामला दर्ज करवा दिया है. बच्चे के परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर बच्चे के इलाज के दौरान लापरवाही बरतने और मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया है. वहीं दूसरी ओर अस्पताल प्रशासन ने बच्चे के परिजनों पर अस्पताल में शांति भंग करने, उत्पात मचाने और तोड़फोड़ करने का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज करवाया है.

भाजपा नेता का है अस्पताल...

जिस जुबिन मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल में यह पूरा मामला हुआ है वो भाजपा नेता दर्शन आहुजा का बताया जा रहा है. वहीं जिस बच्चे की मौत हुई है उसके पिता नंदलाल मिड्डा पार्षद रह चुके हैं.

श्रीगंगानगर. जिले में एक अस्पताल द्वारा इलाज के दौरान लापरवाही का मामला सामने आया है. इस लापरवाही के कारण तीन माह के बच्चे को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा है. बच्चे की मौत से नाराज परिजनों ने इसके बाद अस्पताल में जमकर हंगामा मचाया.

दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के खिलाफ दर्ज कराया मामला

परिजनों का आरोप है, कि अस्पताल प्रशासन ने इलाज में लापरवाही बरती है, जिसके कारण बच्चे की मौत हुई है. आपको बता दें कि मासूम को गत 27 जनवरी को अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. बच्चे को निमोनिया की शिकायत थी.

अस्पताल प्रशासन ने परिजनों को ही ठहराया जिम्मेदार...

परिजनों के मुताबिक, अस्पताल प्रशासन ने अपनी गलती मानने के बजाय उन्हीं को बच्चे की मौत के लिए जिन्मेदार ठहरा दिया. अस्पताल प्रशासन ने कहा, कि परिजनों ने बच्चे को गलत तरीके से दूध पिलाया है, जिसके कारण बच्चे की मौत हुई है.

यह भी पढे़ंः SMS अस्पताल के नाम दर्ज हुई बड़ी उपलब्धि, पहली बार 6 साल के बच्चे का हुआ किडनी ट्रांसप्लांट

इससे बाद परिजनों का गुस्सा और भी बढ़ गया और वे अस्पताल प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे. इसी बीच सूचना मिलने पर पुलिस भी मौके पर पहुंची और परिजनों का पक्ष सुना.

दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के खिलाफ दर्ज कराया मामला...

फिलहाल दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के खिलाफ जवाहर नगर पुलिस थाने में मामला दर्ज करवा दिया है. बच्चे के परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर बच्चे के इलाज के दौरान लापरवाही बरतने और मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया है. वहीं दूसरी ओर अस्पताल प्रशासन ने बच्चे के परिजनों पर अस्पताल में शांति भंग करने, उत्पात मचाने और तोड़फोड़ करने का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज करवाया है.

भाजपा नेता का है अस्पताल...

जिस जुबिन मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल में यह पूरा मामला हुआ है वो भाजपा नेता दर्शन आहुजा का बताया जा रहा है. वहीं जिस बच्चे की मौत हुई है उसके पिता नंदलाल मिड्डा पार्षद रह चुके हैं.

Intro:श्रीगंगानगर : निमोनिया से पीड़ित एक नवजात बच्चे की उपचार के दौरान भाजपा नेता के नर्सिंग होम में मौत हो गई। जिस पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुये परिजनों ने नर्सिंगहोम के बाहर जमकर हंगामा किया। परिजन नर्सिंग होम पहुंचकर डॉक्टर से बातचित की मगर नर्सिंग होम प्रबंधन द्वारा बच्चे की मौत होने की गलती स्वीकार करने की बजाये बच्चे को गल्त तरीके से दूध पिलाने का आरोप लगाकर बच्चे के परिजनो को ही मौत का दोषी बता दिया।जिस पर आक्रोशीत परिजनो ने नर्सिंग होम में जमकर हंगामा किया।मृत नवजात बच्चे के पिता विकास मिड्ढा ने पुलिस में मामला दर्ज करवाया है। उधर अस्पताल संचालक भाजपा नेता डॉ दर्शन आहूजा ने अस्पताल में शांति भंग करने,मरीजों के परिजनों से दुर्व्यवहार करने के आरोप में जवाहरनगर थाना में मामला दर्ज करवाया है।




Body:जानकारी के अनुसार पुरानी आबादी निवासी पूर्व पार्षद नंदलाल मिड्ढा के 3 महीने के पुत्र का को निमोनिया होने पर 27 जनवरी को जुबिन स्पष्टिक नर्सिंग होम में भर्ती करवाया गया था।आरोप है कि मौके पर स्टाफ के लोगों ने ठीक से उपचार नहीं किया बल्कि अप्रशिक्षित नर्सिंग स्टाफ होने के कारण बच्चे की हालत और ज्यादा खराब हो गयी।जिससे नवजात को सही तरीके से इलाज नही मिला। मृत शिशु के परिजनों का आरोप है कि आनन-फानन में उसे इंजेक्शन लगाई गई। 28 जनवरी को बच्चे की मौत हो गई जिसके बाद घटना से परिजन सदमे में आ गए।वही परिजनो का कहना है की जब नवजात बच्चे की अस्पताल प्रबंधन द्वारा लापरवाही के कारण मौत होने की बात तो नर्सिंग होम संचालक डॉ दर्शन आहूजा ने परिजनों की ही गलती बताते हुए उन्हे ही बच्चे की मौत का जिम्मेदार बता दिया।डॉक्टर आहुजा ने थाना मे रिपोर्ट दी है।जिस पर पुलिस ने मृतक बच्चे के पिता विकास मिडा,लविश गुप्ता,अमन मल्होत्रा,पंकज पासी व 40-50 अन्य लोगों के विरुद्ध अस्पताल में तोड़फोड़ करने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया है।

बाईट : विकास मिड्डा,मृतक बच्चे का पिता।




Conclusion:बच्चे की मौत पर परिजनों ने हंगामा किया तो डॉक्टर ने परिजनों को ही बताया बच्चे की मौत का कारण।
Last Updated : Jan 31, 2020, 2:02 PM IST
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