श्रीगंगानगर. जिले में एक अस्पताल द्वारा इलाज के दौरान लापरवाही का मामला सामने आया है. इस लापरवाही के कारण तीन माह के बच्चे को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा है. बच्चे की मौत से नाराज परिजनों ने इसके बाद अस्पताल में जमकर हंगामा मचाया.
परिजनों का आरोप है, कि अस्पताल प्रशासन ने इलाज में लापरवाही बरती है, जिसके कारण बच्चे की मौत हुई है. आपको बता दें कि मासूम को गत 27 जनवरी को अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. बच्चे को निमोनिया की शिकायत थी.
अस्पताल प्रशासन ने परिजनों को ही ठहराया जिम्मेदार...
परिजनों के मुताबिक, अस्पताल प्रशासन ने अपनी गलती मानने के बजाय उन्हीं को बच्चे की मौत के लिए जिन्मेदार ठहरा दिया. अस्पताल प्रशासन ने कहा, कि परिजनों ने बच्चे को गलत तरीके से दूध पिलाया है, जिसके कारण बच्चे की मौत हुई है.
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इससे बाद परिजनों का गुस्सा और भी बढ़ गया और वे अस्पताल प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे. इसी बीच सूचना मिलने पर पुलिस भी मौके पर पहुंची और परिजनों का पक्ष सुना.
दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के खिलाफ दर्ज कराया मामला...
फिलहाल दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के खिलाफ जवाहर नगर पुलिस थाने में मामला दर्ज करवा दिया है. बच्चे के परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर बच्चे के इलाज के दौरान लापरवाही बरतने और मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया है. वहीं दूसरी ओर अस्पताल प्रशासन ने बच्चे के परिजनों पर अस्पताल में शांति भंग करने, उत्पात मचाने और तोड़फोड़ करने का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज करवाया है.
भाजपा नेता का है अस्पताल...
जिस जुबिन मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल में यह पूरा मामला हुआ है वो भाजपा नेता दर्शन आहुजा का बताया जा रहा है. वहीं जिस बच्चे की मौत हुई है उसके पिता नंदलाल मिड्डा पार्षद रह चुके हैं.