श्रीगंगानगर. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो श्रीगंगानगर चौकी ने कार्रवाई करते हुए आयुर्वेद विभाग में तैनात सहायक प्रशासनिक अधिकारी को अपने ही विभाग के कार्मिक से रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. आरोपी सहायक प्रशासनिक अधिकारी पवन कुमार शर्मा ने रिश्वत की यह राशि एसीपी स्वीकृत करने की एवज में मांगी थी.
परिवादी गोवर्धन लाल शर्मा ने एसीबी चौकी में उपस्थित होकर बताया था कि वह आयुर्वेद कार्यालय में वरिष्ठ चिकित्सक के पद पर सादुलशहर में तैनात है. गोवर्धन लाल शर्मा ने बताया कि सहायक निदेशक पवन कुमार शर्मा एसीपी स्वीकृत करने की एवज में रिश्वत की मांग कर रहे है. जिस पर एसीबी ने 20 सितंबर को सत्यापन करवाया तो सत्यापन में 3 हजार की राशि लेना स्वीकृत हुआ. उसके बाद बुधवार को एसीबी टीम ने जाल बिछाकर 15 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए आरोपी सहायक प्रशासनिक अधिकारी पवन कुमार शर्मा को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के अधिकारियों ने आयुर्वेद विभाग के सहायक प्रशासनिक अधिकारी पवन शर्मा को उस समय गिरफ्तार किया, जब वह दफ्तर में तेनात थे.
ये पढ़ें: जयपुर: झालाना लेपर्ड रिजर्व में वनकर्मी से मारपीट, चालक के खिलाफ मामला दर्ज
एसीबी इंस्पेक्टर विजेंद्र शीला ने बताया कि आरोपी सहायक प्रशासनिक अधिकारी सादुलशहर में तैनात वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी गोवर्धन लाल शर्मा की एसीपी भरने के एवज में पिछले कई दिनों से रिश्वत की मांग कर रहा था. परिवादी कर्मचारी द्वारा रिश्वत राशि नहीं देने पर उसकी एसीपी नहीं भरने की बात कह कर धमकी दे रहा था. ऐसे में परिवादी गोवर्धन लाल शर्मा ने एसीबी में शिकायत कर आरोपी सहायक प्रशासनिक अधिकारी को रिश्वत लेने के जाल में फंसा कर रंगे हाथों गिरफ्तार करवा दिया.
साथ ही बताया कि एसीबी की ओर से सहायक प्रशासनिक अधिकारी पवन शर्मा को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़े जाने के बाद कार्यालय में हड़कंप मच गया. एसीबी टीम अब यह जांच कर जानकारी जुटाने में लगी हुई है कि रिश्वत की राशि किस किसको जानी थी. इस भ्रष्टाचार के खेल में विभाग के कितने अधिकारी कर्मचारी और शामिल हैं.