श्रीगंगानगर. अगर आप अपने किसी कैंसिल चेक को गलती से रद्दी में फेक रहे हैं, तो जरा सावधान हो जाइयें. ऐसा करने से आपका खाता खाली हो सकता है. ऐसा ही मामला कोतवाली पुलिस के सामने आया है. पुलिस ने शहर के एक व्यापारी के नष्ट किए गए चेक से फर्जी चेक तैयार कर उस पर फर्जी हस्ताक्षर करके खाते से 10 लाख रुपए की राशि निकालने वाले एक आरोपी को गिरफ्तार किया है. आरोपी के खिलाफ कई प्रकरण दर्ज हैं और वह मादक पदार्थ अधिनियम के तहत जेल जा चुका है.
दरअसल, 11 जनवरी को शिव चौक स्थित फर्म महावीर ऑयल एंड जनरल मिल के भागीदार सुखाड़िया नगर निवासी सुरेश कुमार अग्रवाल ने कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि 8 जनवरी को खाता जांचने पर मालूम हुआ कि 10 लाख रुपए की राशि उसके खाता से 7 जनवरी को निकाली है. बैंक में पता किया तो जानकारी मिली कि 10 लाख रुपए फर्म के चेक संख्या 4 से निकाले गए हैं. व्यापारी ने पड़ताल की तो पता लगा की यह राशि फतेहाबाद हरियाणा में किसी ने अपने खाते में ट्रांसफर की है. व्यापारी ने जांच की तो चार नंबर के चेक के अलावा सभी रिकॉर्ड सही मिला.
पढ़ें: अलवर: ससुरालीजनों ने विवाहिता पर कुल्हाड़ी से किया हमला, बेहोश हुई तो मृत समझकर धर्मशाला में फेंका
चार नंबर चेक को कैंसिल कर दिया था. चेक का एक हिस्सा रिकॉर्ड में रख लिया था. चेक को नष्ट कर दिया था. किसी व्यक्ति ने नकली चेक तैयार कर फर्जी हस्ताक्षर करके उसके खाता से 10 लाख रुपए निकाल लिए. पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच एसआई जय कुमार को सौंपी. टीम ने कार्रवाई करते हुए तकनीकी साधन से बैंक रिकॉर्ड के आधार पर आरोपी को ट्रेस कर लिया. पुलिस ने आरोपी रतिया फतेहाबाद हरियाणा निवासी रिंकू सिंह को गिरफ्तार कर लिया. आरोपी को पुलिस ने अदालत में पेश कर 4 दिन के रिमांड पर लिया है. पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है. आरोपी के 18 खिलाफ प्रकरण दर्ज है, जिनमें से आरोपी एनडीपीएस एक्ट के प्रकरण में मानसा जेल में सजा काट रहा है. पुलिस ने बताया कि प्रकरण में गिरफ्तार आरोपी के एक अन्य साथी की तलाश जारी है.