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प्रदेश के स्कूलों में प्रश्न पत्रों का बदलेगा स्वरूप, माध्यमिक शिक्षा बोर्ड कर रहा तैयारी

देश में फैले कोरोना संक्रमण का असर बच्चों की पढ़ाई पर भी देखने को मिल रहा है. कोरोना काल में बच्चों का साल खराब ना हो इसको लेकर लगातार काम किए जा रहे हैं. वहीं, प्रदेश के शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने अब प्रश्न पत्रों में बदलाव की कवायद भी शुरू कर दी है. स्कूलों में होने वाली परीक्षा में प्रश्न पत्रों का स्वरूप भी जल्द ही बदलने वाला है.

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प्रदेश के स्कूलों में परीक्षा के प्रश्नों के स्वरूप में होगा बदलाव
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Published : Dec 4, 2020, 10:31 PM IST

सीकर. कोरोना वायरस की वजह से लंबे समय से बंद पड़े स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों का 1 साल का पूरा सत्र खराब नहीं हो इसके लिए शिक्षा विभाग आए दिन नई कवायद कर रहा है. पहले स्कूलों के पाठ्यक्रम को कम करने के आदेश जारी किए गए थे, लेकिन अब प्रश्न पत्रों में बदलाव की कवायद भी शुरू कर दी है और जल्द ही प्रश्न पत्रों का नया पैटर्न जारी किया जाएगा.

प्रदेश के शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने सीकर में बताया कि बच्चों की 1 साल की पढ़ाई खराब नहीं हो इसके लिए विभाग नई कवायद कर रहा है. पहले ये तय किया गया था कि नवी से बारहवीं तक के विद्यार्थियों का 60% तक सिलेबस कम किया जाएगा. इसके बाद छोटे बच्चों का सिलेबस भी कम करने के निर्देश जारी किए गए थे.

पढ़ें- सीकर: पंचायत चुनाव के बाद पुलिस ने की युवक से मारपीट, देर रात तक कार्रवाई की मांग को लेकर अड़े रहे सांसद

उन्होंने कहा कि अब ये तय किया गया है कि प्रश्न पत्रों का स्वरूप भी बदला जाएगा. इसके तहत ये पूरा बदलाव किया जाएगा कि प्रैक्टिकल और लिखित परीक्षा के अलग-अलग अंक निर्धारित होंगे. इसके साथ-साथ सिलेबस के आधार पर भी अलग-अलग टॉपिक के अलग-अलग अंक निर्धारित किए जाएंगे. शिक्षा मंत्री ने कहा कि इस पर काम शुरू हो गया है और बहुत जल्द ही इसे लागू कर दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि बच्चों का 1 साल का समय खराब नहीं हो इसके लिए कवायद की जा रही है.

सीकर. कोरोना वायरस की वजह से लंबे समय से बंद पड़े स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों का 1 साल का पूरा सत्र खराब नहीं हो इसके लिए शिक्षा विभाग आए दिन नई कवायद कर रहा है. पहले स्कूलों के पाठ्यक्रम को कम करने के आदेश जारी किए गए थे, लेकिन अब प्रश्न पत्रों में बदलाव की कवायद भी शुरू कर दी है और जल्द ही प्रश्न पत्रों का नया पैटर्न जारी किया जाएगा.

प्रदेश के शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने सीकर में बताया कि बच्चों की 1 साल की पढ़ाई खराब नहीं हो इसके लिए विभाग नई कवायद कर रहा है. पहले ये तय किया गया था कि नवी से बारहवीं तक के विद्यार्थियों का 60% तक सिलेबस कम किया जाएगा. इसके बाद छोटे बच्चों का सिलेबस भी कम करने के निर्देश जारी किए गए थे.

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उन्होंने कहा कि अब ये तय किया गया है कि प्रश्न पत्रों का स्वरूप भी बदला जाएगा. इसके तहत ये पूरा बदलाव किया जाएगा कि प्रैक्टिकल और लिखित परीक्षा के अलग-अलग अंक निर्धारित होंगे. इसके साथ-साथ सिलेबस के आधार पर भी अलग-अलग टॉपिक के अलग-अलग अंक निर्धारित किए जाएंगे. शिक्षा मंत्री ने कहा कि इस पर काम शुरू हो गया है और बहुत जल्द ही इसे लागू कर दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि बच्चों का 1 साल का समय खराब नहीं हो इसके लिए कवायद की जा रही है.

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