नागौर. नागरिकता संशोधन विधेयक को लेकर असम के लोगों का गुस्सा अब चरम पर है. राज्यसभा में बुधवार को बिल पास होने के बाद उग्र हुए प्रदर्शनकारियों ने तोड़फोड़ और आगजनी की घटनाओं को अंजाम दिया. वहीं, बंद की अनदेखी कर बाहर निकलने वाले लोगों से बुरी तरह मारपीट की जा रही है. असम के तिनसुकिया में फंसे नागौर के बोरावड़ निवासी पंडित विमल पारीक ने वहां का आंखों देखा हाल ईटीवी भारत को बताया है.
नागरिकता संशोधन विधेयक के विरोध में असम में चल रहे विरोध प्रदर्शन ने इस बिल के राज्यसभा में पास होने के बाद उग्र रूप धारण कर लिया है. तिनसुखिया और डिब्रूगढ़ में प्रदर्शनकारियों ने कई दुकानों को आग भी लगा दी. वहीं, असम में रेल और हवाई सेवा रोक दी गई है. साथ ही इंटरनेट पर भी रोक लगा दी गई है. उधर, कई इलाकों में कर्फ्यू लगा है और सुरक्षाकर्मी गश्त कर रहे हैं.
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नागौर के बोरावड़ निवासी पंडित विमल पारीक ने डिब्रूगढ़ और तिनसुखिया से उग्र प्रदर्शन का वीडियो ईटीवी भारत से शेयर किए हैं. बता दें कि वह किसी काम से तिनसुखिया गए थे, लेकिन रेल और हवाई सेवा बाधित होने के कारण फिलहाल वह वहीं फंस गए हैं. उन्होंने बताया कि बंद की अनदेखी कर घर से बाहर निकलने पर लोगों से बुरी तरह से मारपीट की जा रही है.
बता दें कि नागरिकता संशोधन विधेयक के विरोध में पिछले कई दिनों से प्रदर्शन चल रहा था. लेकिन बुधवार को इस बिल के राज्यसभा में पास होने के बाद प्रदर्शनकारी उग्र हो गए हैं. जानकारी के अनुसार अब तक नार्थ ईस्ट स्टूडेंट एसोसिएशन की ओर से नागरिकता संशोधन विधेयक का विरोध किया जा रहा था. लेकिन अब कई अन्य संगठनों ने विरोध को अपना समर्थन दिया है. ऐसे में असम में हालत और बेकाबू होने की आशंका है.