नागौर. कोरोना काल में बेरोजगार हुए प्रवासी मजदूरों और लॉकडाउन के कारण आजीविका प्रभावित होने वाले कामगारों को सरकार की ओर से निशुल्क गेहूं और चना दिया जा रहा है. ऐसे परिवारों को सरकार की इस योजना का लाभ दिलाने के लिए जिले भर में तीन दिन तक रसद विभाग की ओर से विशेष अभियान चलाया जा रहा है. इसके तहत राशन की सभी दुकानों पर पात्र परिवारों को गेहूं और चना दिया जा रहा है.
नागौर जिला रसद अधिकारी पार्थ सारथी ने बताया कि जिलेभर में करीब 94 हजार ऐसे परिवार हैं, जिन्हें इस योजना का फायदा मिलेगा. इन परिवारों को 41 हजार क्विंटल गेहूं और 2400 क्विंटल चने का वितरण किया जा रहा है. इसके लिए राशन की सभी दुकानों पर 12 से 14 जून तक अभियान चलाकर इन परिवारों को गेहूं और चने का वितरण किया जा रहा है.
कोरोना काल में दूसरे राज्यों से लौटने वाले प्रवासी मजदूरों के परिवारों को केंद्र सरकार ने प्रति सदस्य पांच किलो गेहूं और प्रति परिवार एक किलो चना देने की घोषणा की थी. इसके बाद राज्य सरकार ने एक सर्वे करवाया था. इसमें लॉकडाउन के चलते आजीविका प्रभावित होने वाले 37 श्रेणी के परिवारों को चिह्नित किया गया था. दोनों योजनाओं के जिले में करीब 94 हजार लाभार्थी परिवार हैं. जिन्हें फायदा पहुंचाने के लिए जिलेभर में यह अभियान चलाया जा रहा है.
यह भी पढ़ें : SPECIAL: सीकर के किसान कान सिंह का कमाल, ऑर्गेनिक खेती से कर रहे लाखों की कमाई
डीएसओ पार्थ सारथी का कहना है कि ऐसे परिवारों को लाभ दिलाने के लिए राशन की हर दुकान पर दो-दो सरकारी कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है. इसके अलावा रसद विभाग के इंस्पेक्टर और कर्मचारी भी नियमित मॉनिटरिंग कर रहे हैं.