नागौर. जिले में कोविड-19 की महामारी के खिलाफ जंग के निमित्त जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक सोमवार को जेएलएन राजकीय अस्पताल स्थित वॉर रुम में जिला कलेक्टर डॉ. जितेंद्र कुमार सोनी की अध्यक्षता में आयोजित की गई.
इस बैठक में जिला स्तरीय अधिकारियों और चिकित्सा विभाग के अधिकारियों के साथ कोरोना के खिलाफ संघर्ष से संबंधित कार्यों के क्रियान्वयन की प्रगति की जानकारी दी गई और निर्देश भी दिए. बैठक में नावां और डीडवाना क्षेत्र के डॉक्टरों से संवाद किया और अस्पताल में भर्ती कोरोना संक्रमित मरीजों से वीसी के माध्यम से उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली गई.
जिला कलेक्टर ने सभी चिकित्सा अधिकारियों से मुख्यमंत्री चिरंजीवी बीमा योजना में मरीजों का अधिकतम पंजीकरण करवाने पर जोर दिया ताकि आमजन को इस योजना के अंतर्गत लाभ मिल सके. बैठक में वीसी के माध्यम से नावां बीसीएमओ डॉ. धर्मेंद्र चौधरी औक आईटीआई कोविड केयर सेंटर के प्रभारी डॉ. सौरभ जैन और डीडवाना बीसीएमओ डॉ. अजीत बलारा से भी संवाद किया गया.
जिला कलेक्टर ने चिकित्सा प्रभारियों से अस्पताल में चिकित्सा बेड, ऑक्सीजन सिलेंडर और ऑक्सीजन कंसंट्रेटर आदि चिकित्सा सुविधाओं के बारे में भी जानकारी ली. इसके साथ ही भविष्य में स्वास्थ्य संबंधी सेवाओं की तैयारी के लिए घर-घर सर्वे शीघ्र पूरा करवाने के बाद रि-सर्वे करवाने का भी निर्देश दिया.
इस दौरान बैठक में अस्पताल में भर्ती मोहित से वीसी के माध्यम से बात कर उसके उपचार के संबंध में विशेषज्ञ टीम की ओर से सलाह दी गई. जिला कलेक्टर ने कोरोना संक्रमित मरीज मोहम्मद और संतोष से भी बात कर उसका उत्साहवर्धन किया.
जिला कलेक्टर ने कहा कि चिकित्सक और नर्सिंगकर्मी अच्छी देखभाल कर रहे हैं. इनकी सेवा से कई मरीजों की जान बचाई गई है. जिला कलेक्टर ने मरीजों से आग्रह किया कि अस्पताल टीम को व्यक्तिगत रूप से और जिला प्रशासन की ओर से आभार प्रकट करें. उन्होंने सभी चिकित्सा प्रभारियों से अस्पताल में भर्ती कोविड मरीज और अन्य मरीजों का मुख्यमंत्री चिरंजीवी बीमा योजना में अधिकतम पंजीकरण करवाने, मेडिसिन किट अपने स्तर पर खरीदने या भामाशाहों से प्राप्त करने और स्थानीय स्तर पर ही मेडिसिन किट बनाने और वितरण करने का भी निर्देश दिया.
इस दौरान जिला कलेक्टर ने स्वस्थ हुए सभी मरीजों को मंगल कामना दी और घर में कुछ दिन होम आइसोलेशन में रहने, मास्क लगाने और 2 गज की दूरी रखने के साथ ही अन्य नागरिकों को भी इस संबंध में जागरूक करने का आग्रह किया. इस अवसर पर कोरोना मरीजों के परिजनों ने कहा कि चिकित्सक और अन्य स्टाफ अपनी जान जोखिम में डालकर सेवा कार्य कर रहे हैं.
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जिला कलेक्टर ने कहा कि कुपोषित बच्चों के अभिभावकों का कोरोना टीकाकरण अवश्य हो, घर-घर सर्वे के दौरान भी विशेष रूप से ध्यान करने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि कोरोना की इस विषम परिस्थितियों में सभी को विचारों से पॉजिटिव रहने की आवश्यकता है.
बैठक में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जवाहर चौधरी, उपखण्ड अधिकारी अमित चौधरी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मेहराम महिया, JLN के प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ. शंकरलाल, रीको के महाप्रबंधक विपोन मेहता, डीओआइटी के संयुक्त निदेशक योगेश कुमार, उपरजिस्ट्रार सहकारी समितियां जयपाल गोदारा, डॉ. राजेश पाराशर, डॉ. कमल उपाध्याय सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे.
कोरोना को लेकर बैठक आयोजित
अलवर जिले के रामगढ़ पंचायत समिति सभागार में आर ए ए डॉ. हरिराम मीणा और एएसपी भरतराज की ओर से करोना महामारी को लेकर रामगढ़ के सभी प्रशासनिक अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली. जिसमें रामगढ़ क्षेत्र में कोरोना महामारी पर पूरी तरह अंकुश लगाने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों से विचार विमर्श किया और उनसे सुझाव साझा किए. पंचायत समिति के विषयों में आयोजित बैठक में पर्यवेक्षण अधिकारी हरिराम मीणा ने कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए अब तक किए गए प्रयासों पर ब्लॉक अधिकारी से फीडबैक लिया.