नागौर. जिले में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए जिला प्रशासन ने गंभीरता दिखाई है. खुद डीएम जितेंद्र कुमार सोनी और एसपी श्वेता धनकड़ अपनी अपनी टीमों के साथ नागौर की सड़कों पर निकल पड़े. कलेक्ट्रेट से शुरू किए गए पैदल मार्च का मकसद एक ओर जहां लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाव के प्रति जागरूक करना था. वहीं दूसरी और लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ सख्त एक्शन भी लिया गया.
शहर के कलेक्ट्रेट से गांधी चौक, वल्लभ चौराहा होते हुए मामासर तक निकाले गए इस रैली के दौरान मास्क न लगाने वालों दुकानदारों से समझाइश की गई. साथ ही उन्हें निर्देशित किया गया कि वे बिना मास्क ग्राहकों को दुकान में प्रवेश नहीं दें. जिला प्रशासन ने अब इस बारे में सख्ती करने का फैसला लिया है. इसके चलते डीएम और एसपी ने नागौर शहर सड़क पर पैदल चलकर सघन चेकिंग के दौरान हकीकत को परखा.
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गौरतलब है कि कोविड -19 के संक्रमण की रोकथाम पर चर्चा के लिए हुई बैठक में प्रशासन ने यह यह निर्णय लिया है. नागौर जिला कलेक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी की अध्यक्षता हुई बैठक में नगर परिषद के पूर्व वार्ड पार्षद, व्यापार मंडल और विभिन्न विभागों के अधिकारी शामिल हुए थे. जानकारी के मुताबिक लोग प्रशासन की ओर से लगातार अपील किए जाने के बाद भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर रहे हैं, न ही मास्क लगा रहे हैं. जिला कलेक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने कहा कि कोविड -19 के संक्रमण को रोकने के लिए जागरूकता रैली और रोड शो के जरिए यह बताया गया कि धार्मिक, सामाजिक और पारिवारिक कार्यक्रमों में भीड़ इकट्ठा न होने दें, सावचेत और जागरुक रहकर इस महामारी से लड़ा जा सकता है.