कोटा. जिले की सांगोद विधानसभा सीट से कांग्रेस के विधायक और पूर्व मंत्री भरत सिंह कुंदनपुर अपने पत्रों को लिखने के लिए जाने जाते हैं. अब उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखा है. जिसमें उन्होंने अजीब तर्क देते हुए लॉक डाउन में शराब की बिक्री चालू रखने की मांग की है.
कांग्रेस विधायक भरत सिंह कुंदनपुर ने तर्क दिया है कि जब हाथों को शराब से साफ करने पर वायरस साफ होता है, तो शराब पीने वालों के गले में भी वायरस नहीं रहेगा. वहीं, उन्होंने कहा कि लोग इस लॉकडाउन में शराबबंदी के चलते लोग हथकढ़ शराब पी रहे हैं, जिससे जान भी गंवा रहे हैं.
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शराब बदनाम है, इसलिए केंद्र सरकार नहीं देगी छूट
भरत सिंह अपने इस पत्र में शराब को बदनाम बताते हैं. साथ ही लिखते हैं कि केंद्र सरकार इसलिए बिक्री में छूट नहीं देगी. जबकि राजस्व नहीं होने से आर्थिक घाटा राज्य सरकार को हो रहा है. वहीं, सरकार की कमर भी टूट रही है और अवैध शराब का धंधा भी दूसरी तरफ पनप रहा है.
एक और तर्क देते हुए कांग्रेस विधायक ने लिखा है कि जो लोग अवैध हथकढ़ शराब का धंधा कर रहे हैं, उनके लिए तो यह स्वरोजगार और पैसा कमाने का सुनहरा अवसर बन गया है. बाजार में शराब की मांग भी है और पीने वाले इसका स्वागत भी कर रहे हैं. सरकार को राजस्व की हानि भी हो रही है और हथकढ़ शराब पीने से लोगों के स्वास्थ्य को भी खतरा बना हुआ है.
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लोग भी नहीं मरेंगे और घाटा भी नहीं लगेगा
विधायक ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को लिखे अपने पत्र में हवाला दिया है कि शराब से वर्ष 2020-21 में 12500 करोड़ रुपए के राजस्व का लक्ष्य रखा गया है, जो लॉकडाउन के रहते प्राप्त होता नहीं दिख रहा. इसीलिए सरकार ने एक्साइज ड्यूटी बढ़ाई है. इससे तो अच्छा होगा शराब की दुकानें सरकार खोल दे और शराब पीने वालों को शराब मिलेगी.
वहीं, सरकार को भी राजस्व का नुकसान नहीं होगा. उन्होंने दो समाचारों का हवाला भी इस पत्र में दिया है. जिसमें भरतपुर में अवैध हथकढ़ शराब पीने से दो लोगों की मौत और शराब का घाटा पूरा करने के लिए एक्साइज ड्यूटी बढ़ाने वाले समाचार शामिल है.