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कोटा सीएमएचओ ही नहीं राजस्थान में जिनका भी भ्रष्टाचार में नाम आया उन सबको हटाना पड़ेगा: विधायक राम नारायण मीणा

कोटा के पीपल्दा विधायक राम नारायण मीणा ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. भूपेंद्र सिंह तंवर को भ्रष्टाचार के कई मामलों में लिप्त बताया है. उन्होंने कहा कि डॉ. तंवर संघ के स्वयंसेवक रहे हैं. कांग्रेस की विचारधारा के होते तो इस तरह से गलत काम नहीं करते. ऐसे व्यक्तियों को महत्वपूर्ण पदों पर रखना समझ में नहीं आता है.

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विधायक राम नारायण मीणा
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Published : Jun 1, 2021, 8:58 PM IST

कोटा. कोटा एसीबी चिकित्सा महकमे के लगातार मामले खोल रही है. स्वास्थ्य विभाग से जुड़े दो भ्रष्टाचार के मामले 1 महीने में सामने आ गए हैं. इसके अलावा सीएमएचओ ऑफिस में लगे नर्सिंगकार्मिक पर भी एसीबी ने एक लाख रुपए रिश्वत मांगने का मुकदमा दर्ज किया है. इन सभी पर पीपल्दा विधायक राम नारायण मीणा का बयान सामने आया है. उन्होंने इन भ्रष्टाचार के मामलों में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. भूपेंद्र सिंह तंवर को लिप्त बताया है.

विधायक राम नारायण मीणा का बड़ा बयान

पढे़ं: कोटा सीएमएचओ डॉ. तंवर को डॉक्टर के पदस्थापन के मामले में चिकित्सा विभाग ने माना दोषी

विधायक राम नारायण मीणा ने बयान जारी करते हुए कहा है कि दीगोद में एसीबी की टीम ने कार्रवाई करते हुए गरीब घर की महिलाएं जो आशा सहयोगिनी हैं. उनकी सुपरवाइजर शकीला बानो और कंप्यूटर ऑपरेटर सत्य प्रकाश सुमन को रिश्वत लेते पकड़ा. यह सारा प्रकरण सीधा सीएमएचओ डॉ. भूपेंद्र सिंह तंवर से जुड़ा है. उनकी पत्नी ज्योति तंवर जिला आशा कोऑर्डिनेटर है. यहां तक कि सीएमएचओ डेपुटेशन लगाते हैं. उसमें भी शिकायत है कि पैसा लेकर लगाते हैं. सफाई कर्मचारियों के कांटेक्ट में पैसा लेने की शिकायत है.

सीएमएचओ का रवैया तानाशाही वाला

विधायक ने कहा कि मेरे विधानसभा क्षेत्र से भी बहुत से कर्मचारियों को डेपुटेशन पर बाहर लगाया हुआ है. एक कर्मचारी की इतनी हिम्मत होना तानाशाह पूर्ण रवैया है. उसके खिलाफ भ्रष्टाचार से जुड़े मामले सामने आने के बाद भी एक्शन नहीं होना संदेश करता है. वह सीधा पैसा नहीं ले कर अपने सहयोगियों के माध्यम से पैसा लेते हैं. यह बयानों में भी सामने आया है. जो रिश्वत लेते हुए पकड़े गए हैं, उन्होंने सीएमएचओ का नाम लिया है.

जिस के कार्यालय में खुलेआम भ्रष्टाचार की शिकायत है. ऐसे व्यक्ति को महत्वपूर्ण पद पर रखना एक व्यक्ति का प्रश्न नहीं है. राजस्थान और कोटा में जिन भी व्यक्तियों के खिलाफ एसीबी के मामले आए हैं, उनको हटाना पड़ेगा.

आरएसएस से जुड़े कांग्रेस की छवि खराब कर रहे

सीएमएचओ डॉ. तंवर संघ के स्वयंसेवक रहे हैं. वे वहां के प्रशिक्षण ले चुके हैं. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सक्रिय कार्यकर्ता रहे हैं. कांग्रेस की विचारधारा के होते तो इस तरह से गलत काम नहीं करते. ऐसे व्यक्तियों को महत्वपूर्ण पदों पर रखना समझ में नहीं आता है. कोटा के मामले को तो प्रमुखता से लेना ही चाहिए, क्योंकि यह जनसंघ का गढ़ रहा है. ऐसे में कांग्रेस के खिलाफ वातावरण बनाया जा रहा है. ऐसी स्थिति में उम्मीद करता हूं कि हम सब लोग मिलकर के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से कहेंगे कि वो इस पर फैसला लें.

रघु शर्मा ने कही बड़े मंत्री के दखल की कही बात

विधायक रामनारायण मीणा ने कहा कि मैंने स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा से इस संबंध में जब कहा तो उन्होंने मुझे जवाब में प्रदेश के एक बड़े मंत्री का हवाला दे दिया. साथ ही कहा कि मैं इस मामले में कुछ भी नहीं कर सकता, जब तक यह बड़े मंत्री नहीं कहते. यह जो प्रकरण है, हम कांग्रेसियों को दुखदाई है. एक भी कांग्रेसी इन भ्रष्टाचार के प्रकरणों से खुश नहीं है. वह सब इनसे दुखी हैं. यह प्रकरण तभी खत्म हो सकते हैं, जब मुख्यमंत्री एक तरफ से इन भ्रष्टाचारियों को हटाया जाए. तभी निश्चित तौर पर व्यवस्था सुधर सकेगी.

एसीबी और मीडिया को दिया धन्यवाद

विधायक राम नारायण मीणा ने एसीबी और मीडिया का धन्यवाद दिया है. उन्होंने कहा कि एसीबी की टीम भ्रष्टाचार से जुड़े मामलों को लगातार सामने ला रही है. जब से बीएल सोनी एसीबी के डीजीपी बने हैं, पूरा राजस्थान खुश है कि भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने की कोशिश हो रही है. इसी के साथ मीडिया को भी धन्यवाद देता हूं, वह भ्रष्टाचार के मुद्दों पर प्रमुखता से खबर छाप रहे हैं.

कोटा. कोटा एसीबी चिकित्सा महकमे के लगातार मामले खोल रही है. स्वास्थ्य विभाग से जुड़े दो भ्रष्टाचार के मामले 1 महीने में सामने आ गए हैं. इसके अलावा सीएमएचओ ऑफिस में लगे नर्सिंगकार्मिक पर भी एसीबी ने एक लाख रुपए रिश्वत मांगने का मुकदमा दर्ज किया है. इन सभी पर पीपल्दा विधायक राम नारायण मीणा का बयान सामने आया है. उन्होंने इन भ्रष्टाचार के मामलों में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. भूपेंद्र सिंह तंवर को लिप्त बताया है.

विधायक राम नारायण मीणा का बड़ा बयान

पढे़ं: कोटा सीएमएचओ डॉ. तंवर को डॉक्टर के पदस्थापन के मामले में चिकित्सा विभाग ने माना दोषी

विधायक राम नारायण मीणा ने बयान जारी करते हुए कहा है कि दीगोद में एसीबी की टीम ने कार्रवाई करते हुए गरीब घर की महिलाएं जो आशा सहयोगिनी हैं. उनकी सुपरवाइजर शकीला बानो और कंप्यूटर ऑपरेटर सत्य प्रकाश सुमन को रिश्वत लेते पकड़ा. यह सारा प्रकरण सीधा सीएमएचओ डॉ. भूपेंद्र सिंह तंवर से जुड़ा है. उनकी पत्नी ज्योति तंवर जिला आशा कोऑर्डिनेटर है. यहां तक कि सीएमएचओ डेपुटेशन लगाते हैं. उसमें भी शिकायत है कि पैसा लेकर लगाते हैं. सफाई कर्मचारियों के कांटेक्ट में पैसा लेने की शिकायत है.

सीएमएचओ का रवैया तानाशाही वाला

विधायक ने कहा कि मेरे विधानसभा क्षेत्र से भी बहुत से कर्मचारियों को डेपुटेशन पर बाहर लगाया हुआ है. एक कर्मचारी की इतनी हिम्मत होना तानाशाह पूर्ण रवैया है. उसके खिलाफ भ्रष्टाचार से जुड़े मामले सामने आने के बाद भी एक्शन नहीं होना संदेश करता है. वह सीधा पैसा नहीं ले कर अपने सहयोगियों के माध्यम से पैसा लेते हैं. यह बयानों में भी सामने आया है. जो रिश्वत लेते हुए पकड़े गए हैं, उन्होंने सीएमएचओ का नाम लिया है.

जिस के कार्यालय में खुलेआम भ्रष्टाचार की शिकायत है. ऐसे व्यक्ति को महत्वपूर्ण पद पर रखना एक व्यक्ति का प्रश्न नहीं है. राजस्थान और कोटा में जिन भी व्यक्तियों के खिलाफ एसीबी के मामले आए हैं, उनको हटाना पड़ेगा.

आरएसएस से जुड़े कांग्रेस की छवि खराब कर रहे

सीएमएचओ डॉ. तंवर संघ के स्वयंसेवक रहे हैं. वे वहां के प्रशिक्षण ले चुके हैं. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सक्रिय कार्यकर्ता रहे हैं. कांग्रेस की विचारधारा के होते तो इस तरह से गलत काम नहीं करते. ऐसे व्यक्तियों को महत्वपूर्ण पदों पर रखना समझ में नहीं आता है. कोटा के मामले को तो प्रमुखता से लेना ही चाहिए, क्योंकि यह जनसंघ का गढ़ रहा है. ऐसे में कांग्रेस के खिलाफ वातावरण बनाया जा रहा है. ऐसी स्थिति में उम्मीद करता हूं कि हम सब लोग मिलकर के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से कहेंगे कि वो इस पर फैसला लें.

रघु शर्मा ने कही बड़े मंत्री के दखल की कही बात

विधायक रामनारायण मीणा ने कहा कि मैंने स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा से इस संबंध में जब कहा तो उन्होंने मुझे जवाब में प्रदेश के एक बड़े मंत्री का हवाला दे दिया. साथ ही कहा कि मैं इस मामले में कुछ भी नहीं कर सकता, जब तक यह बड़े मंत्री नहीं कहते. यह जो प्रकरण है, हम कांग्रेसियों को दुखदाई है. एक भी कांग्रेसी इन भ्रष्टाचार के प्रकरणों से खुश नहीं है. वह सब इनसे दुखी हैं. यह प्रकरण तभी खत्म हो सकते हैं, जब मुख्यमंत्री एक तरफ से इन भ्रष्टाचारियों को हटाया जाए. तभी निश्चित तौर पर व्यवस्था सुधर सकेगी.

एसीबी और मीडिया को दिया धन्यवाद

विधायक राम नारायण मीणा ने एसीबी और मीडिया का धन्यवाद दिया है. उन्होंने कहा कि एसीबी की टीम भ्रष्टाचार से जुड़े मामलों को लगातार सामने ला रही है. जब से बीएल सोनी एसीबी के डीजीपी बने हैं, पूरा राजस्थान खुश है कि भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने की कोशिश हो रही है. इसी के साथ मीडिया को भी धन्यवाद देता हूं, वह भ्रष्टाचार के मुद्दों पर प्रमुखता से खबर छाप रहे हैं.

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