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राजस्थान बजट 2025: पर्यटन को मिलेगी नई ऊंचाइयां, बजट में कई बड़े ऐलान - RAJASTHAN BUDGET 2025

राजस्थान की वित्त मंत्री के रूप में दीया कुमारी ने बजट में पर्यटन विकास को लेकर कई बड़ी ऐतिहासिक घोषणाएं की.

Rajasthan Budget 2025
राज्य बजट में पर्यटन को लेकर कई घोषणाएं (ETV Bharat Jaipur)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Feb 19, 2025, 3:06 PM IST

जयपुर: राजस्थान में पर्यटन, कला और संस्कृति के क्षेत्र को नई ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए राज्य सरकार ने कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की हैं. वित्त मंत्री दीया कुमारी ने मंगलवार को बजट पेश करते हुए पर्यटन विकास के लिए 975 करोड़ रुपए के विभिन्न इंफ्रास्ट्रक्चर डवलपमेंट कार्यों की घोषणा की. इसके तहत प्रदेश में धार्मिक स्थलों के साथ-साथ ऐतिहासिक और इको-टूरिज्म स्थलों का भी विकास किया जाएगा. उन्होंने कहा कि साल 2027 में जयपुर की स्थापना को 300 साल पूरे हो जाएंगे, ऐसे में जयपुर की कला संस्कृति और विभिन्न पहलुओं से दुनिया को जोड़ने के लिए शहर के आराध्य देव के नाम से गोविंद देव जी महोत्सव शुरू किया जाएगा.

आइफा अवॉर्ड्स पहली बार जयपुर में: बजट भाषण के दौरान विधानसभा में वित्त मंत्री दीया कुमारी ने बताया कि प्रदेश को वैश्विक मंच पर पहचान दिलाने के मकसद से सरकार ने देश-विदेश में राजस्थान को बढ़ावा देने के लिए 'ट्रेवल बाजार', 'कल्चरल प्रोग्राम्स' और 'राजस्थान कॉलिंग' जैसे इवेंट्स और रोड शो आयोजित किए. इसी कड़ी में 2025 में पहली बार गुलाबी नगरी जयपुर में आइफा अवॉर्ड्स का आयोजन किया जाएगा. इससे पर्यटन को बढ़ावा मिलने के साथ-साथ राज्य की सांस्कृतिक धरोहर को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिलेगी.

750 करोड़ रुपए से अधिक के इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स: दीया कुमारी ने कहा कि राजस्थान टूरिज्म इंफ्रास्ट्रक्चर और कैपेसिटी बिल्डिंग फंड के तहत राज्य में 750 करोड़ रुपए से अधिक की राशि से आधारभूत संरचना के कार्य किए जा रहे हैं. पर्यटन स्थलों पर आधुनिक सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है, जिससे ज्यादा से ज्यादा सैलानियों को राजस्थान की ओर आकर्षित किया जा सके.

धार्मिक पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा: राज्य सरकार ने धार्मिक पर्यटन को विकसित करने के लिए 100 करोड़ रुपए के 'ट्राइबल टूरिस्ट सर्किट' की घोषणा की है. इसमें प्रदेश के आदिवासी बाहुल्य जिलों में स्थित त्रिपुरा सुंदरी, मानगढ़ धाम, बेणेश्वर धाम, सीता माता अभयारण्य, ऋषभदेव, गौतमेश्वर मंदिर और मातृकुंडिया जैसे धार्मिक स्थलों का विकास किया जाएगा. इन स्थानों पर आधारभूत सुविधाओं का विस्तार कर श्रद्धालुओं को बेहतर अनुभव प्रदान किया जाएगा.

ऐतिहासिक स्थलों के विकास पर जोर: राज्य के ऐतिहासिक और इको-टूरिज्म स्थलों को विकसित करने के लिए 20 करोड़ रुपए की लागत से भूरी पहाड़ी, रणथंभौर (सवाईमाधोपुर), कैमला, इंदरगढ़ (बूंदी), मूसी रानी (अलवर), आभानेरी (दौसा), शेरगढ़ (बारां) और लापोड़िया (मालपुरा, टोंक) जैसे स्थानों का सौंदर्यीकरण किया जाएगा. इससे इन स्थलों पर पर्यटकों की संख्या में वृद्धि होगी और स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी.

जैसलमेर में म्यूजियम का विकास: राज्य सरकार ने वीर सैनिकों के शौर्य और बलिदान को सम्मान देने के लिए जैसलमेर में स्थापित म्यूजियम के आधारभूत ढांचे और सुविधाओं के विकास की भी घोषणा की है. इस कदम से न केवल सैन्य इतिहास को संरक्षित किया जाएगा, बल्कि पर्यटकों को राजस्थान के वीर सैनिकों के गौरवशाली इतिहास से भी अवगत कराया जाएगा. अपने बजट भाषण में दीया कुमारी ने दावा किया कि इन घोषणाओं से ना केवल राज्य की संस्कृति और विरासत को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि पर्यटन उद्योग से जुड़े लाखों लोगों को रोजगार के नए अवसर भी मिलेंगे.

जयपुर: राजस्थान में पर्यटन, कला और संस्कृति के क्षेत्र को नई ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए राज्य सरकार ने कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की हैं. वित्त मंत्री दीया कुमारी ने मंगलवार को बजट पेश करते हुए पर्यटन विकास के लिए 975 करोड़ रुपए के विभिन्न इंफ्रास्ट्रक्चर डवलपमेंट कार्यों की घोषणा की. इसके तहत प्रदेश में धार्मिक स्थलों के साथ-साथ ऐतिहासिक और इको-टूरिज्म स्थलों का भी विकास किया जाएगा. उन्होंने कहा कि साल 2027 में जयपुर की स्थापना को 300 साल पूरे हो जाएंगे, ऐसे में जयपुर की कला संस्कृति और विभिन्न पहलुओं से दुनिया को जोड़ने के लिए शहर के आराध्य देव के नाम से गोविंद देव जी महोत्सव शुरू किया जाएगा.

आइफा अवॉर्ड्स पहली बार जयपुर में: बजट भाषण के दौरान विधानसभा में वित्त मंत्री दीया कुमारी ने बताया कि प्रदेश को वैश्विक मंच पर पहचान दिलाने के मकसद से सरकार ने देश-विदेश में राजस्थान को बढ़ावा देने के लिए 'ट्रेवल बाजार', 'कल्चरल प्रोग्राम्स' और 'राजस्थान कॉलिंग' जैसे इवेंट्स और रोड शो आयोजित किए. इसी कड़ी में 2025 में पहली बार गुलाबी नगरी जयपुर में आइफा अवॉर्ड्स का आयोजन किया जाएगा. इससे पर्यटन को बढ़ावा मिलने के साथ-साथ राज्य की सांस्कृतिक धरोहर को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिलेगी.

750 करोड़ रुपए से अधिक के इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स: दीया कुमारी ने कहा कि राजस्थान टूरिज्म इंफ्रास्ट्रक्चर और कैपेसिटी बिल्डिंग फंड के तहत राज्य में 750 करोड़ रुपए से अधिक की राशि से आधारभूत संरचना के कार्य किए जा रहे हैं. पर्यटन स्थलों पर आधुनिक सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है, जिससे ज्यादा से ज्यादा सैलानियों को राजस्थान की ओर आकर्षित किया जा सके.

धार्मिक पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा: राज्य सरकार ने धार्मिक पर्यटन को विकसित करने के लिए 100 करोड़ रुपए के 'ट्राइबल टूरिस्ट सर्किट' की घोषणा की है. इसमें प्रदेश के आदिवासी बाहुल्य जिलों में स्थित त्रिपुरा सुंदरी, मानगढ़ धाम, बेणेश्वर धाम, सीता माता अभयारण्य, ऋषभदेव, गौतमेश्वर मंदिर और मातृकुंडिया जैसे धार्मिक स्थलों का विकास किया जाएगा. इन स्थानों पर आधारभूत सुविधाओं का विस्तार कर श्रद्धालुओं को बेहतर अनुभव प्रदान किया जाएगा.

ऐतिहासिक स्थलों के विकास पर जोर: राज्य के ऐतिहासिक और इको-टूरिज्म स्थलों को विकसित करने के लिए 20 करोड़ रुपए की लागत से भूरी पहाड़ी, रणथंभौर (सवाईमाधोपुर), कैमला, इंदरगढ़ (बूंदी), मूसी रानी (अलवर), आभानेरी (दौसा), शेरगढ़ (बारां) और लापोड़िया (मालपुरा, टोंक) जैसे स्थानों का सौंदर्यीकरण किया जाएगा. इससे इन स्थलों पर पर्यटकों की संख्या में वृद्धि होगी और स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी.

जैसलमेर में म्यूजियम का विकास: राज्य सरकार ने वीर सैनिकों के शौर्य और बलिदान को सम्मान देने के लिए जैसलमेर में स्थापित म्यूजियम के आधारभूत ढांचे और सुविधाओं के विकास की भी घोषणा की है. इस कदम से न केवल सैन्य इतिहास को संरक्षित किया जाएगा, बल्कि पर्यटकों को राजस्थान के वीर सैनिकों के गौरवशाली इतिहास से भी अवगत कराया जाएगा. अपने बजट भाषण में दीया कुमारी ने दावा किया कि इन घोषणाओं से ना केवल राज्य की संस्कृति और विरासत को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि पर्यटन उद्योग से जुड़े लाखों लोगों को रोजगार के नए अवसर भी मिलेंगे.

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