कोटा. ऑनलाइन क्लास का कई अभिभावक विरोध कर रहे हैं. ऐसा ही वाकया मंगलवार को कोटा में देखने को मिला जब सैकड़ों की संख्या में अभिभावक बारां रोड स्थित निजी स्कूल पर पहुंच गए. जहां पर सारे लोग एक फॉर्म भर कर अपने बच्चों की टीसी स्कूल प्रबंधन से मांगी है.
इन अभिभावकों ने आरोप लगाया कि निजी स्कूल ऑनलाइन शिक्षा देकर साइबर क्राइम बच्चों से करवा रहा है, क्योंकि जिस एप्लीकेशन के जरिए बच्चों को शिक्षा दी जा रही है उसको चलाने के लिए बच्चे की उम्र 16 साल होना जरूरी है. जबकि ऐसा नहीं है. साथ ही भारत सरकार की गाइडलाइन के अनुसार भी बच्चों को 16 की उम्र के पहले मोबाइल देने की अनुमति नहीं है.
पढ़ेंः Exclusive : BSP को 10 महीने बाद हमारी याद आई, गहलोत का खुलकर करेंगे समर्थन : लाखन सिंह
कई अभिभावकों ने स्कूल प्रबंधन पर यह भी आरोप लगाया है कि स्कूल में वे टीसी की मांग करने पहुंचे थे, लेकिन 2 घंटे तक स्कूल में उन्हें प्रवेश करने नहीं दिया गया. उन्हें बाहर गर्मी और धूप में खड़ा होने को मजबूर किया गया. इसमें कई महिलाएं भी शामिल थी.
हालांकि, इस संबंध में जब स्कूल प्रबंधन से जुड़े लोगों से मीडिया ने बात करनी चाही तो वहां मौजूद कार्मिकों ने मना कर दिया कि प्रबंधन किसी भी तरह की कोई बातचीत इस विषय पर नहीं करना चाहता है. वहीं, सैकड़ों की संख्या में अभिभावकों के अचानक आने से स्कूल प्रबंधन भी सकते में आ गया और आनन-फानन में पुलिस को बुलवाया गया. पुलिस की गाड़ियां वहां पर पहुंची फिर स्कूल प्रबंधन से अभिभावकों को बारी-बारी भेजकर मुलाकात शुरू करवाई.
पढ़ेंः चंबल नदी में खतरे के निशान से 2.21 मीटर ऊपर पहुंचा पानी, अलर्ट जारी
फीस रिस्ट्रक्चर करने की मांग...
अभिभावकों ने स्कूल प्रबंधन से मांग की है कि स्कूल जब ऑनलाइन पढ़ा रहे हैं, उनके बच्चे स्कूल का भवन, कम्प्यूटर क्लास, खेल मैदान, लाइब्रेरी, क्लासरूम और किसी भी सुविधा का उपयोग नहीं कर रहे हैं तो फिर इनके नाम पर क्यों पूरी फीस की वसूली जा रही है. साथ ही अभिभावकों ने कहा कि कोविड-19 महामारी के समय अभिभावक स्कूल की फीस भरने में असमर्थ हो रहे हैं. इसीलिए स्कूल प्रबंधन को भी अपनी फीस को रिस्ट्रक्चर करना चाहिए.