कोटा. सेंट्रल नारकोटिक्स ब्यूरो ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 2 किलो अल्प्राजोलम के साथ दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है बरामद की गई. अल्प्राजोलम की कीमत 85 लाख रुपए बताई जा रही है. दोनों आरोपी बाइक से लेकर इसे जा रहे थे. बरामद की गई अल्प्राजोलम से बड़ी मात्रा में नशे की गोलियां बनाने में प्रयुक्त ली जानी थी.
जानकारी के अनुसार नेशनल हाईवे 27 के बाईपास के नजदीक मुखबिर की सूचना पर सेंट्रल नारकोटिक्स ब्यूरो की टीम ने एक बाइक सवार दो युवकों को रुकवाया. इन दोनों के पास तलाशी लेने पर अल्प्राजोलम मिली. जिसका कुल वजन करीब 2 किलो था. इसके बाद इसके बाद एनसीबी की टीम ने आरोपी झालावाड़ निवासी मेहरबान सिंह पुत्र भगवान सिंह और मध्यप्रदेश के मंदसौर जिले के गरोठ निवासी मेहरबान सिंह पुत्र अर्जुन सिंह को गिरफ्तार कर लिया.
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एनसीबी के अधिकारियों का कहना है कि अल्प्राजोलम की अधिक मात्रा नशे में उपयोग में ली जाती है. सामान्य तौर पर यह डिप्रेशन की शिकार मरीजों के उपचार में होती है, लेकिन इसका अवैध रूप से बाजार में दुरुपयोग किया जा रहा है. अब स्मैक, ब्राउन शुगर व हेरोइन के सस्ते विकल्प के रूप में इसे बहुत ज्यादा मात्रा में उपयोग किया जाता है. एनसीपी के अधिकारियों के अनुसार 0.5 मिलीग्राम की 40 लाख गोलियां अल्प्राजोलम से बनाई जा सकती थी. जिसकी बाजार की कीमत 85 लाख रुपए है.