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एमबीएस और रेलवे हॉस्पिटल को कोविड-19 फ्री करने का क्रम हुआ शुरू, ऑपरेशन भी जल्द हो सकेंगे शुरू

महाराव भीमसिंह चिकित्सालय और रेलवे हॉस्पिटल दोनों जगह पर कोरोना मरीजों की भर्ती बंद कर दी गई है. यहां से मरीजों को केवल ने अस्पताल ही भेजा जा रहा है और वहां पर कोविड-19 के मरीजों की ही भर्ती की जा रही है. यहां तक कि आस-पास के जिलों से रेफर आने वाले मरीजों को भी नए अस्पताल में ही रखा जा रहा है.

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Published : May 31, 2021, 9:27 PM IST

रेलवे हॉस्पिटल कोटा , rajasthan news
एमबीएस और रेलवे हॉस्पिटल को किया जा रहा कोरोना फ्री

कोटा. शहर में कोरोना मरीजों को एमबीएस और रेलवे अस्पताल में भी भर्ती किया जा रहा था, लेकिन अब मरीजों की संख्या में कमी आ रही है. बीते 7 दिनों में जहां पर 795 कोविड-19 के केस की कोटा जिले में रिपोर्ट हुए हैं. जबकि जब दूसरी लहर का पीक के समय यह संख्या 8,000 से भी ज्यादा हुआ करती थी.

एमबीएस और रेलवे हॉस्पिटल को किया जा रहा कोरोना फ्री

बता दें कि महाराव भीमसिंह चिकित्सालय और रेलवे हॉस्पिटल दोनों जगह पर कोरोना मरीजों की भर्ती बंद कर दी गई है. यहां तक कि आस-पास के जिलों से रेफर आने वाले मरीजों को भी नए अस्पताल में ही रखा जा रहा है. एमबीएस अस्पताल और रेलवे हॉस्पिटल में यहां के जो स्टाफ मेडिकल कॉलेज से लगाया गया था, वह वापस भेजा जाएगा. एमबीएस अस्पताल में 2 महीने से बंद सर्जरी भी अब शुरू की जाएगी. साथ ही अन्य विभागों की ओपीडी जो यहां से रामपुरा हॉस्पिटल में शिफ्ट कर दी गई थी, उन्हें भी वापस लाया जाएगा.

शुरू होगी इलेक्टिव सर्जरी, अन्य रोगी भी होंगे भर्ती

कोरोना के मरीज बढ़ने से एमबीएस अस्पताल में भी भर्ती मरीजों की शुरू कर दी गई थी. मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने पहले ही निर्णय लेते हुए इलेक्टिव सर्जरी बंद कर दी गई थी. सभी ऑपरेशन रोक दिए गए थे. केवल इमरजेंसी में ही गंभीर मरीजों या एक्सीडेंट के केस में ऑपरेशन किए जा रहे थे. अब सभी को रूटीन की तरह संचालित करना होगा. इसके लिए एमबीएस अस्पताल को कोविड-19 फ्री बनाया जा रहा है.

एमबीएस अस्पताल के अधीक्षक डॉ. नवीन सक्सेना का कहना है कि उनके यहां पर 44 को बोनस के मरीज भर्ती थे जिनमें से 36 मरीज ऑक्सीजन सपोर्ट पर हैं. इनके लिए एंबुलेंस की व्यवस्था की है और नए अस्पताल में इन्हें शिफ्ट किया जा रहा है. जहां यह मरीज भर्ती थे वहां पर सैनिटाइजेशन और फ्यूमिगेशन करवाया जाएगा.

पढ़ें- Rajasthan Corona Update : राजस्थान में कोरोना संक्रमण के सिर्फ 1498 नए मामले, 68 मरीजों की मौत

रेलवे अस्पताल से 4 मरीज हुए शिफ्ट

मेडिसिन के प्रोफेसर डॉ. निर्मल कुमार शर्मा का कहना है कि रेलवे अस्पताल में 10 मरीज भर्ती थे. जिनमें से सोमवार को 4 मरीजों को या तो शिफ्ट कर दिया या डिस्चार्ज किया गया है. अभी 6 मरीज भर्ती हैं. इनमें से कुछ ऑक्सीजन सपोर्ट पर भी हैं. ऐसे में उन्हें एक-दो दिनों में शिफ्ट किया जाएगा. जिससे कि रेलवे अस्पताल को भी कोविड-19 भी किया जा सके. इसके पहले मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने कोटा विश्वविद्यालय में संचालित किए जा रहे कोविड-19 केयर सेंटर को बंद कर दिया था. इसके अलावा मेडिकल कॉलेज के ही एग्जामिनेशन हॉल में संचालित किया जा रहा डे केयर सेंटर भी बंद था. अब सभी मरीजों को मेडिकल कॉलेज के नए अस्पताल और सुपर स्पेशयिलिटी ब्लॉक में भेजा जा रहा है. वहां पर ही डे केयर और मरीजों को भर्ती किया जा रहा है.

कोटा. शहर में कोरोना मरीजों को एमबीएस और रेलवे अस्पताल में भी भर्ती किया जा रहा था, लेकिन अब मरीजों की संख्या में कमी आ रही है. बीते 7 दिनों में जहां पर 795 कोविड-19 के केस की कोटा जिले में रिपोर्ट हुए हैं. जबकि जब दूसरी लहर का पीक के समय यह संख्या 8,000 से भी ज्यादा हुआ करती थी.

एमबीएस और रेलवे हॉस्पिटल को किया जा रहा कोरोना फ्री

बता दें कि महाराव भीमसिंह चिकित्सालय और रेलवे हॉस्पिटल दोनों जगह पर कोरोना मरीजों की भर्ती बंद कर दी गई है. यहां तक कि आस-पास के जिलों से रेफर आने वाले मरीजों को भी नए अस्पताल में ही रखा जा रहा है. एमबीएस अस्पताल और रेलवे हॉस्पिटल में यहां के जो स्टाफ मेडिकल कॉलेज से लगाया गया था, वह वापस भेजा जाएगा. एमबीएस अस्पताल में 2 महीने से बंद सर्जरी भी अब शुरू की जाएगी. साथ ही अन्य विभागों की ओपीडी जो यहां से रामपुरा हॉस्पिटल में शिफ्ट कर दी गई थी, उन्हें भी वापस लाया जाएगा.

शुरू होगी इलेक्टिव सर्जरी, अन्य रोगी भी होंगे भर्ती

कोरोना के मरीज बढ़ने से एमबीएस अस्पताल में भी भर्ती मरीजों की शुरू कर दी गई थी. मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने पहले ही निर्णय लेते हुए इलेक्टिव सर्जरी बंद कर दी गई थी. सभी ऑपरेशन रोक दिए गए थे. केवल इमरजेंसी में ही गंभीर मरीजों या एक्सीडेंट के केस में ऑपरेशन किए जा रहे थे. अब सभी को रूटीन की तरह संचालित करना होगा. इसके लिए एमबीएस अस्पताल को कोविड-19 फ्री बनाया जा रहा है.

एमबीएस अस्पताल के अधीक्षक डॉ. नवीन सक्सेना का कहना है कि उनके यहां पर 44 को बोनस के मरीज भर्ती थे जिनमें से 36 मरीज ऑक्सीजन सपोर्ट पर हैं. इनके लिए एंबुलेंस की व्यवस्था की है और नए अस्पताल में इन्हें शिफ्ट किया जा रहा है. जहां यह मरीज भर्ती थे वहां पर सैनिटाइजेशन और फ्यूमिगेशन करवाया जाएगा.

पढ़ें- Rajasthan Corona Update : राजस्थान में कोरोना संक्रमण के सिर्फ 1498 नए मामले, 68 मरीजों की मौत

रेलवे अस्पताल से 4 मरीज हुए शिफ्ट

मेडिसिन के प्रोफेसर डॉ. निर्मल कुमार शर्मा का कहना है कि रेलवे अस्पताल में 10 मरीज भर्ती थे. जिनमें से सोमवार को 4 मरीजों को या तो शिफ्ट कर दिया या डिस्चार्ज किया गया है. अभी 6 मरीज भर्ती हैं. इनमें से कुछ ऑक्सीजन सपोर्ट पर भी हैं. ऐसे में उन्हें एक-दो दिनों में शिफ्ट किया जाएगा. जिससे कि रेलवे अस्पताल को भी कोविड-19 भी किया जा सके. इसके पहले मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने कोटा विश्वविद्यालय में संचालित किए जा रहे कोविड-19 केयर सेंटर को बंद कर दिया था. इसके अलावा मेडिकल कॉलेज के ही एग्जामिनेशन हॉल में संचालित किया जा रहा डे केयर सेंटर भी बंद था. अब सभी मरीजों को मेडिकल कॉलेज के नए अस्पताल और सुपर स्पेशयिलिटी ब्लॉक में भेजा जा रहा है. वहां पर ही डे केयर और मरीजों को भर्ती किया जा रहा है.

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