कोटा. इस मामले में विश्वविद्यालय प्रशासन से जांच कर दोषियों के खिलाफ पुलिस में मुकदमा दर्ज करवाने की मांग की. इस वाकया के विरोध में शुक्रवार को विश्वविद्यालय के बाहर और अंदर जमकर उग्र प्रदर्शन किया गया. वहीं कुलसचिव के नहीं मिलने पर उनके कुर्सी पर ज्ञापन चिपका दिया.
कोटा यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्षों ने पहले अपने समर्थन में छात्रों के साथ उग्र प्रदर्शन किया. जिसके बाद विश्वविद्यालय गेट के बाहर टायर जलाया. इसके बाद प्रशासनिक कौटिल्य भवन पहुंचकर वहां नारेबाजी की. विरोध कर रहे छात्रों ने यूनिवर्सिटी प्रशासन के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया.
इस दौरान कुलसचिव एससी शर्मा से मिलने के लिए जब प्रदर्शनकारी छात्र प्रशासनिक भवन में जाने लगे तो उनकी पुलिस से भी धक्का-मुक्की हुई. लेकिन, पुलिस ने मामले को संभाल लिया. इसके बाद संबंधित चैंबर में कुलसचिव के नहीं मिलने पर उनकी कुर्सी पर ही अपनी मांगों का ज्ञापन पूर्व छात्रसंघ अध्यक्षों ने चस्पा कर दिया.
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पूर्व छात्रसंघ अध्यक्षों के दल ने विश्वविद्यालय प्रशासन पर महात्मा गांधी का पोस्टर फाड़ने वाले कथित तौर पर दोषी एबीवीपी के छात्र कार्यकर्ताओं को बचाने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि 7 अगस्त को यूनिवर्सिटी बोर्ड की बैठक थी, जिसे फेल करने की नियत से एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने यूनिवर्सिटी के गेट के बाहर विरोध प्रदर्शन किया था ओर इसी दौरान महात्मा गांधी का पोस्टर फाड़ा गया. जिसका वीडियो बनाकर यूनिवर्सिटी प्रशासन को कार्रवाई के लिए भी दी गई थी. लेकिन, आज तक पुलिस में महात्मा गांधी का पोस्टर फाड़ने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई आगे नहीं की गई. वहीं जांच के लिए जो कमेटी गठित की गई थी, अबतक कोई मीटिंग भी नहीं बुलवाई गई.
आखिर में पूर्व अध्यक्षों ने चेतावनी दी कि अगर मामले में दोषियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई, तो पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष दल आगामी बुधवार को यूनिवर्सिटी प्रशासन के खिलाफ उग्र आंदोलन करेगा. जिसकी जिम्मेदारी यूनिवर्सिटी प्रशासन की होगी.