कोटा. मर्दानी- 2 मूवी को लेकर शहर में विरोध प्रदर्शन लगातार जारी है. यहां के लोगों का कहना है कि फिल्म कोटा की पृष्ठभूमि पर तैयार की गई है और फिल्म में कोटा की ही छवि को खराब करने का प्रयास किया गया है. उनका कहना है कि फिल्म में शिक्षा नगरी कोटा को रेप सिटी बनाने का प्रयास किया गया है. इसको लेकर एक शख्स ने एडवोकेट के जरिए फिल्म के निर्माता निर्देशक को नोटिस भेजा है. साथ ही इस मामले में वह जल्द ही राजस्थान हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर करेंगे.
ऐसे में कोटा नगर निगम के पूर्व पार्षद और भाजपा नेता गोपालराम मंडा ने फिल्म से कोटा का नाम हटवाने के लिए बोर्ड के चेयरमैन प्रसून जोशी, यशराज फिल्म के चेयरमैन आदित्य चोपड़ा, फिल्म के डायरेक्टर गोपी और यशराज फिल्म प्राइवेट लिमिटेड को नोटिस भेजा है. यह नोटिस जयपुर के अधिवक्ता अश्विनी गर्ग ने भेजा है. इस नोटिस के बाद अधिवक्ता गर्ग जयपुर हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका दायर करेंगे.
वहीं मंडा ने कहा कि फिल्म की शूटिंग में कोटा की जनता, पुलिस और अन्य संस्थाओं ने सहयोग किया था, लेकिन जिस तरह से इस फिल्म का ट्रेलर आया है, उसमें शहर की छवि को धूमिल करने का प्रयास किया गया है. इससे वह और अन्य शहर निवासी आहत हैं. इसी को लेकर उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को इस संबंध में ज्ञापन दिया था. जिसके बाद यशराज फिल्म प्राइवेट लिमिटेड ने फिल्म को सत्य घटनाओं पर आधारित बताना बंद कर दिया है, लेकिन वह फिल्म से कोटा का नाम नहीं हटा रहे हैं. हमारी मांग है कि फिल्म से कोटा का नाम हटाया जाए.