कोटा. भारत की सबसे बड़ी इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई-मेन के आवेदन की अंतिम तिथि समाप्त हो गई है. अप्लाई करने के दौरान हुई गलतियों में सुधार का विकल्प जेईईमेन वेबसाइट पर उपलब्ध करवा दिया गया है. इस विकल्प पर जाकर सभी विद्यार्थी आवेदन के दौरान हुई गलतियों में सुधार कर सकते हैं.जेईई-मेन आवेदन में हुई गलतियों में सुधार का अवसर 15 मार्च तक का है. इसमें वे सभी विद्यार्थी शामिल होंगे. जिन्होंने जनवरी में परीक्षा देने के बाद अप्रेल में आवेदन किया है या फिर केवल अप्रेल परीक्षा के लिए ही आवेदन किया है. करेक्शन के दौरान विद्यार्थी परीक्षा केन्द्रों में बदलाव के अतिरिक्त अन्य प्रविष्ठियों में सुधार कर सकता है.
ऐसे कर सकते हैं करेक्शन
वहीं विद्यार्थी खुद के नाम, माता-पिता के नाम, इन दोनों सूचनाओं में से किसी एक में ही गलती होने पर बदलाव कर सकता है. करेक्शन की सुविधा केवल एक बार ही दी गई है. करेक्शन के लिए विद्यार्थी को जेईई-मेन वेबसाइट पर दिए गए विकल्प पर जाकर अपना एप्लीकेशन नम्बर एवं आवेदन के दौरान बनाए गए पासवर्ड को डालकर लॉगइन करना होगा. लॉगइन करने के उपरान्त विद्यार्थी अपनी आवश्यकतानुसार प्रविष्ठियों में बदलाव कर सकता है.
20 मार्च को जारी कर दिए जाएंगे प्रवेश पत्र
करेक्शन की अंतिम तिथि 15 मार्च तक रखी गई है. विद्यार्थी रूचि अनुसार पूर्व में आवेदन के दौरान चुनी गई बीई-बीटेक अथवा बीआर्क परीक्षा में बदलाव कर बीई-बीटैक एवं बीआर्क दोनों परीक्षाओं के लिए आवेदन कर सकता है. इसके लिए विद्यार्थी को अतिरिक्त परीक्षा शुल्क का भुगतान करना होगा. जेईई-मेन अप्रेल परीक्षा के लिए प्रवेश पत्र 20 मार्च को जारी कर दिए जाएंगे.
ईडब्ल्यूएस आरक्षण के लिए भी किए जा सकेंगे आवेदन
वहीं कोटा के करियर काउंसलिंग एक्सपर्ट अमित आहूजा ने बताया कि विद्यार्थी प्रथम बार अनारक्षित वर्ग को आर्थिक आधार पर कमजोर होने पर दिए गए ईडब्ल्यूएस आरक्षण (आर्थिक रूप से कमजोर) के लिए 15 मार्च तक आवेदन कर सकता है. इसके लिए विद्यार्थी को दिए गए विकल्प पर लॉगइन कर कैटेगिरी कॉलम में अपनी कैटेगिरी परिवर्तित कर ईडब्ल्यूएस कैटेगिरी भरनी होगी, आवेदन के दौरान विद्यार्थी को कोई कैटेगिरी संबंधित सर्टिफिकेट देने की आवश्यकता नहीं होगी. विद्यार्थी अपनी कैटेगिरी से जुड़ी सभी जानकारियां की पुष्टि कर ही अपनी संबंधित कैटेगिरी के लिए आवेदन करें, क्योंकि एक बार आवेदन करने के बाद उसमें बदलाव संभव नहीं होगा. विद्यार्थी आवश्यकतानुसार प्रविष्ठियों में की गई गलतियों में करेक्शन कर नए कर्न्फेमेशन पेज का प्रिंट आउट निकालकर अपनी गलतियों में सुधार की पुष्टि कर सकता है.