कोटा. अब जब कोविड-19 के केसेज कम हो रहे हैं तो व्यापारी लामबंद हो गए हैं. उनका कहना है कि राज्य सरकार को जल्द ही सभी ट्रेड को छूट दे देनी चाहिए और बाजारों को खोलना चाहिए. गुमानपुरा व्यापार संघ ने तो राज्य सरकार को चेतावनी भी दे दी है कि अगर 2 जून से व्यापार नहीं खोला गया तो, वह अपनी दुकानों को खोल लेंगे. चाहे सरकार या प्रशासन से उनका टकराव हो जाए.
गुमानपुरा व्यापार संघ के अध्यक्ष संजय शर्मा ने कहा कि पिछले साल कोविड-19 के चलते बाजार में करीब 50 से ज्यादा दुकान बंद हुई थी. इस बार यह आंकड़ा 100 से भी ज्यादा जा सकता है. दुकान मालिक और किराएदार के बीच विवाद भी होंगे.
जनरल मर्चेंट एसोसिएशन ने भी कोटा में एक वर्चुअल बैठक आयोजित की, जिसमें सभी व्यापारियों से सुझाव मांगे गए. सभी ने तुरंत बाजार खोलने की मांग दोहराई है. यह तय किया गया है कि एक प्रतिनिधिमंडल जिला कलेक्टर से मिलेगा. 1 जून को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नाम का ज्ञापन भी देगा. जिसमें व्यापारियों की समस्याओं को देखते हुए जल्द ही सभी ट्रेड को बाजार खोलने की अनुमति मिलने की मांग की जाएगी.
जीएमए के अध्यक्ष राकेश जैन ने कहा कि राज्य सरकार को यह निर्णय जरूर लेना होगा कि कुछ शहरों में संक्रमण की दर काफी कम है और कुछ में ज्यादा. ऐसे में निर्णय जयपुर को देख कर लिया जाता है. जबकि वहां पर संक्रमण की दर काफी ज्यादा है. लेकिन कोटा और अन्य शहरों में यह संक्रमण की दर काफी कम है. ऐसे में उन्हीं को देखते हुए निर्णय लिया जाए, न कि जयपुर में बढ़े हुए संक्रमण को देखते हुए. जिस तरह से फैसले थोपे जाते हैं, वैसे नहीं थोपे जाएं.