कोटा. जिले में बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत चिन्हित बच्चों के जन्मजात दिल में छेद की बीमारी से ग्रसित बच्चों का नि:शुल्क इलाज का अभियान चला रखा है. ऐसे में गोविंद नगर निवासी तीन वर्षीय बालिका तनीषा का सफल ऑपरेशन किया गया.
जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी (आरसीएचओ) डाॅ. महेन्द्र कुमार त्रिपाठी ने बताया कि कोटा शहर के गोविन्द नगर निवासी 3 वर्षीय तनिषा पुत्री अजय को आरबीएसके की मोबाइल हेल्थ टीम ने आंगनबाडी केन्द्र पर स्क्रीनिंग के दौरान चिन्हित कर जिला स्तर पर रेफर किया था. यहां सभी आवश्यक जांचे करवाने पर बच्ची को दिल की बीमारी से ग्रसित पाया. इस बच्ची का ऑपरेशन आरबीएसके के अन्तर्गत किया गया है.
यह भी पढ़ेंः जयपुर के SMS अस्पताल में BSF जवान डोनेट करेंगे Plasma
डॉक्टर महेंद्र कुमार ने बताया कि तनिषा जन्म से ही दिल में छेद की बीमारी (टेट्राॅलाॅजि ऑफ फेलट) से ग्रसित थी, जिसकी वजह से बच्ची का शारीरिक विकास नहीं हो पा रहा था. साथ ही बच्ची को न्यूमोनिया की शिकायत हो रही थी. उन्होंने बताया कि बच्ची के पिता एक मिठाई की दुकान पर हेल्पर का कार्य करते हैं, जो इतना बड़ा ऑपरेशन का खर्चा उठाने में असमर्थ थे.
वैश्विक आपदा कोरोना के इस कठिन समय में जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. महेन्द्र त्रिपाठी के मार्गदर्शन एवं आरबीएसके टीम की तत्परता से इतना बड़ा ऑपरेशन निःशुल्क सम्भव हो पाया. समाज सेवी अमित धारीवाल ने बच्ची के माता-पिता से ऑपरेशन के सम्बन्ध में बात की और बच्ची के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की. बच्ची के अभिभावक ने आभार प्रकट करते हुए कहा कि राज्य सरकार के सहयोग से इतना बड़ा ऑपरेशन निःशुल्क हो सका है. क्योंकि खर्चा उठाना उनके सामर्थ्य से परे था. इस दौरान ह्दय रोग विषेषज्ञ डाॅ. राकेश जिन्दल, डाॅ. प्रमोद नागर, टीम सदस्य डाॅ. आरती गुप्ता, दीपक कुलश्रेष्ठ और एडीएनओ-आरबीएसके डाॅ. अनिता मीणा उपस्थित रहे.