कोटा. शहर में भारत विकास परिषद संस्था के अस्पताल में एक 2 साल की बच्ची के हृदय की जटिल सर्जरी की गई है. चिकित्सकों का कहना है कि देश भर में यह इस तरह की सर्जरी का पहला मामला है, जिसमें बच्चे की हृदय की आर्टरी उल्टी पुल्टी हो. साथ ही उनमें विकृतियां भी अलग-अलग तरह की हों.
इस 2 वर्ष की बच्ची के हृदय में सब कुछ उल्टा पुल्टा था, जिसकी वजह से उसका वजन नहीं बढ़ रहा था. साथ ही वह कमजोर थी. उसे सांस लेने में भी लगातार तकलीफ होती थी. उसके शरीर में ब्लड ऑक्सीजन का लेवल भी काफी कम रहता था. इसके चलते बच्ची के फेफड़ों पर सामान्य व्यक्ति से कई गुना ज्यादा था.
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चिकित्सकों का कहना है कि बच्चे के हाथ में एक साथ 3 प्रॉब्लम थी. पहली जिसमें बच्ची की हृदय की 2 धमनियों के एओट्रा और पल्मोनरी दोनों जुड़ी हुई थी. दूसरा बच्ची की धमनियां भी ठीक से नहीं विकसित हुई थीं. वहीं हार्ट की राइट साइड की पल्मोनरी आर्टरी होती है. वह भी पल्मोनरी आर्टरी की जगह एओट्रा से निकली हुई थी. इसके चलते बच्ची को काफी तकलीफ होती थी और वो 3 महीने में आधे से ज्यादा बार बीमार ही रहती थी.
चिकित्सकों का कहना है कि इस बच्ची की 8 घंटे में सर्जरी की गई है, जिसके तहत आर्टिफिशियल तरीके से उसकी आर्टरी और हार्ट के पूरे स्ट्रक्चर को तैयार किया गया है. इस बच्ची के ऑपरेशन करने वाले कार्डियोथोरेसिक सर्जन डॉ. सौरभ शर्मा का कहना है कि इस तरह से 3 बीमारियों के कॉम्बिनेशन के साथ हार्ट की सर्जरी भारत में पहली बार हुई है. इस तरह का केस पहले रिपोर्ट होना तो सामने आ रहा है, लेकिन उसकी सर्जरी होना सामने नहीं आ रहा है. यह काफी काफी जटिल सर्जरी थी. इसमें बच्चे की जान को भी खतरा था, हालांकि अब बच्ची स्वस्थ है.
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भारत विकास परिषद अस्पताल के संरक्षक श्याम शर्मा का कहना है कि राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत बच्ची का निःशुल्क उपचार हुआ है. यह केंद्र सरकार की योजना है. बच्ची पूरी तरह से स्वस्थ है और उसे एक-दो दिन में डिस्चार्ज किया जाएगा.