कोटा. शहर के नयापुरा थाना इलाके में हिट एंड रन केस (hit and run case in Kota) का मामला सामने आया है. जिसमें गुरुवार देर रात एक कार ने सड़क के नजदीक सो रहे दंपती को कुचल (car mows down two in Kota) दिया. हादसे में पति दिनेश की मौत हो गई और पत्नी और 11 साल का बेटा गंभीर रूप से घायल हो गई. जिसे महाराव भीमसिंह अस्पताल में भर्ती करवाया गया है, जहां पर उसका उपचार जारी है. घटना की सूचना के बाद पुलिस अधिकारी भी अस्पताल पहुंचे. पुलिस ने मृतक के शव को महाराव भीमसिंह अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया है. वहीं, शुक्रवार सुबह मृतक के परिजनों ने अस्पताल में हंगामा शुरू कर दिया.
नयापुरा थाने के सब इंस्पेक्टर लईक अहमद ने बताया कि घटना जेके लोन अस्पताल के सामने मोंटेसरी स्कूल के पास की है. जहां पर एक परिवार सड़क के नजदीक रहकर गुजर-बसर कर रहा है. नयापुरा की तरफ से स्टेशन की तरफ जा रही अनियंत्रित कार ने देर रात करीब 1:15 बजे घटना को अंजाम दिया है. इस घटना में मजदूर दिनेश की मौत हो गई है, जबकि उसकी पत्नी वेणी और बेटा राकेश गंभीर रूप से घायल है.
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अहमद ने बताया कि मजदूर परिवार बारां का रहने वाला (car mows down two in kota) है. परिवार कोटा में मजदूरी के कार्य से ही जुड़ा हुआ था और सड़क के किनारे झोपड़ी बनाकर रह रहा है. कार में भी पति-पत्नी सवार थे, जो घटना के बाद कार को मौके पर ही छोड़कर फरार हो गए. पुलिस ने कार को जब्त कर जांच शुरू कर दी है.
बरसों से सड़क पर रहता है परिवार: जिस जगह से हिट एंड रन का केस हुआ है, वहां मोंटेसरी स्कूल और लाडपुरा पंचायत समिति के मेन गेट के बीच सड़क के किनारे बड़ी संख्या में लोग झोपड़ी बनाकर रहते हैं. ये सभी एक ही परिवार के सदस्य हैं. जिनमें चाचा और ताऊ के परिवार शामिल हैं. सभी अलग-अलग छोटी-छोटी झोपड़ी बनाकर रहते हैं. जिन्हें प्लास्टिक के काले त्रिपाल से ढका हुआ है. जिस समय हादसा हुआ, वहां पर करीब 25 लोग अलग-अलग झोपड़ी में सो रहे थे. आसपास के लोगों का कहना है कि करीब 40 साल से लोग यहां पर ही रहते हैं और अब उनका परिवार काफी बढ़ गया है. कई बार अतिक्रमण की कार्रवाई भी यहां पर हुई और इन लोगों को हटाया गया, लेकिन ये वापस यहीं आकर जम जाते हैं.सभी लोग मजदूरी करके अपना गुजर-बसर करते हैं.
तेज धमाके की आवाज: दुर्घटना इतनी भीषण थी कि तेज धमाके की आवाज से सब सिहर गए. कार आगे से काफी क्षतिग्रस्त हो गई और झोपड़ी में रखा हुआ सामान भी तहस-नहस हो गया. जिस खाट पर दिनेश सोया हुआ था, वो भी पूरी तरह से चकनाचूर हो गई है. आनन-फानन में लोग हादसे के शिकार लोगों को सामने ही स्थित एमबीएस अस्पताल लेकर गए, जहां पर तुरंत ही चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. पुलिस उपाधीक्षक कालूराम वर्मा के मुताबिक गाड़ी चालक के नशे में होने की बात को जांचा जा रहा है.
घटना के बाद रास्ते पर बैठ गए लोग: घटना के बाद पीड़ित परिजनों ने सड़क पर ठेले लगा कर गुस्से का इजहार किया. इस पर पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और इन लोगों को समझाया गया. मृतक के दूसरे बेटे का कहना है कि वो और उसके अन्य भाई बहन थोड़ी दूर झोपड़ी में अंदर सोए हुए थे, नहीं तो वे भी इस दुर्घटना में चोटिल हो जाते. मृतक के बेटे का आरोप है कि कार चालक नशे में चूर था. उससे ठीक से चला भी नहीं जा रहा था.
मृतक पर थी 6 बच्चों की जिम्मेदारीः मृतक के बेटे प्रवीण का कहना है कि दुर्घटना के बाद उसके सहित छह भाई-बहनों के सिर से पिता का साया उठ गया है. मां वैनी भी अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रही है. भाई राकेश भी घटना में चोटिल हुआ है. प्रवीण का कहना है कि वह खुद 13 साल का है. वह 2 बहिन और चार भाई हैं. इनमें राकेश, बीनू, भूरिया, घीसी, विक्रम शामिल है. छोटा भाई तो महज 2 साल का ही है. पिता दिनेश सब्जी का ठेला लगाकर ही गुजर बसर करते थे.
आरोपी महेंद्र अरोड़ा को पुलिस ने किया गिरफ्तारः नयापुरा थाना पुलिस ने हिट एंड रन मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी महेंद्र अरोड़ा वल्लभ नगर का निवासी है. अरोड़ा की गुमानपुरा इलाके में बेकरी की दुकान है. आरोपी को गैर इरादतन हत्या के मामले में गिरफ्तार किया है. पुलिस का कहना है कि वह अपने बहनोई और साली को देर रात रेलवे स्टेशन छोड़ने जा रहा था. इसी दौरान यह घटना हुई है.