कोटा. राजस्थान के कोटा में मंगलवार को प्रदर्शन के दौरान कांग्रेसियों में विवाद देखने को मिला, जहां पूर्व विधायक के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई. दरअसल, राहुल गांधी से की जा रही ईडी की पूछताछ और अग्निपथ योजना के विरोध में कांग्रेस पार्टी ने मंगलवार को जिला कलेक्ट्रेट पर धरना दिया था. इस धरने के समाप्ति के बाद कांग्रेस के कार्यकर्ता आपस में ही उलझ गए और पूर्व विधायक पूनम गोयल के खिलाफ (Slogans Against Former MLA in Kota) नारेबाजी शुरू कर दी. नारेबाजी करने वाले लोग नईमुद्दीन गुड्डू के समर्थक बताए जा रहे हैं.
नारेबाजी में शामिल कांग्रेस कार्यकर्ता कमाल का कहना है कि पूर्व विधायक पूनम गोयल कैथून नगर पालिका के चेयरमैन आईना महक के खिलाफ (Controversy Among Congressmen) कार्य कर रही हैं. वे पहले विधायक रह चुकी हैं, इसके बावजूद कांग्रेस पार्टी की खिलाफत करती हैं. यहां तक कि उन्होंने आरोप लगा दिया कि कांग्रेस के जनप्रतिनिधियों के खिलाफ ही वे भाजपा नेताओं के साथ कलेक्टर से कार्रवाई की मांग कर रही हैं. विरोध कर रहे लोगों ने आरोप लगाया है कि पूनम गोयल ने शांति धारीवाल के खिलाफ भी बयान दिया है.
मेरी लोकप्रियता से जलते हैं : इस पूरे मसले पर पूनम गोयल का कहना है कि मैंने यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल और कांग्रेस के खिलाफ कोई बयान नहीं दिया है. केवल 2 मिनट का भाषण मंगलवार को देकर आ गई थी. कैथून में मिट्टी निकालने में नगर पालिका का गड़बड़झाले के लिए बोली हूं. इस मामले में नगर पालिका उपाध्यक्ष हरि ओम पुरी को लेकर जिला कलेक्टर से मिली थी और इसका विरोध भी जताया है. हरि ओम पुरी देहात जिला कांग्रेस कमेटी का सचिव और नगरपालिका उपाध्यक्ष हैं. यह लोग मेरी लोकप्रियता से जलते हैं और इन लगता है कि मैं इनके सामने आ रही हूं. मुझे इन लोगों के आरोप से कोई फर्क नहीं पड़ता है. नईमुद्दीन गुड्डू का बिना नाम लिए कहना है कि तीन बार चुनाव हार चुके हैं, इनका विधानसभा क्षेत्र के 75 फीसदी हिस्से पर होल्ड ही नहीं है.
कैथून में मिट्टी खुदाई मामले से शुरू हुआ है विवाद : मामले के अनुसार नदी-नालों से निकलने वाली मिट्टी को उठाकर नगरपालिका के चिन्हित किए गए स्थानों पर डालने के लिए साढ़े 9 लाख में टेंडर हुआ था. इस मामले में नगरपालिका उपाध्यक्ष हरि ओम पुरी ने मुद्दा उठा दिया और भ्रष्टाचार का आरोप नगरपालिका के बोर्ड पर लगा दिया है. साथ ही बताया कि भीमपुरा में 400 रुपए ट्रॉली में निजी व्यक्ति के यहां पर यह मिट्टी डाली जा रही है.
इस मुद्दे को लेकर पूर्व विधायक पूनम गोयल और हरि ओम पुरी जिला कलेक्टर से भी मिले थे और इस मामले में जांच करवाने की मांग की थी. जिसको लेकर ही कांग्रेस में (Controversy in Rajasthan Congress) विवाद हो गया है. विधायक चुनाव लड़ चुके लाडपुरा प्रधान गुड्डू के खेमे से पालिका अध्यक्ष आईना महक आती हैं, जबकि उपाध्यक्ष हरि ओम पुरी दूसरे खेमे में चले गए हैं. ऐसे में वे पूनम गोयल के साथ खड़े हो गए हैं. इसी कारण विवाद शुरू हुआ है.
कोटा में बीजेपी के कार्यालय में आग लगा देंगे- इस धरने को संबोधित करने हाड़ौती विकास मोर्चा के संभाग अध्यक्ष राजेंद्र सांखला भी पहुंचे थे. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को पूछताछ के नाम पर परेशान किया जा रहा है. बीते सात दिन से लगातार घंटों पूछताछ की जा रही है. जबकि पुलिस अगर किसी हत्या के मामले में आरोपी को रिमांड पर लेती है, तो 2 दिन में केस सॉल्व कर दिया जाता है. यह सब कांग्रेस नेताओं को डराकर बीजेपी में शामिल करने का हथकंडा है. इस दौरान सांखला ने कहा कि हमें वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं से उसका आदेश नहीं मिल रहा है कि आप लोग उग्र कार्रवाई करें. अगर राहुल गांधी को गिरफ्तार किया, तो हम पूरे राजस्थान का तो पता नहीं भारतीय जनता पार्टी का ऑफिस कोटा में आग लगा देंगे.
धारा 144 में प्रदर्शन पर बोले कलेक्टर- कांग्रेस ने ली थी अनुमति: कांग्रेस ने जिला कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया था, लेकिन पूरे जिले में धारा 144 लगी हुई है. उसके बावजूद बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद रहे थे. इस धरने प्रदर्शन में खादी ग्रामोद्योग के उपाध्यक्ष पंकज मेहता, महापौर दक्षिण राजीव अग्रवाल, उत्तर मंजू मेहरा, उपमहापौर पवन मीणा, पूर्व विधायक पूनम गोयल, लाडपुरा प्रधान नईमुद्दीन गुड्डू, कैथून नगर पालिका अध्यक्ष आईना महक, अमित धारीवाल सहित कई नेता शामिल थे. जबकि सरकार ने 5 लोगों के एकत्रित होने पर भी रोक लगाई हुई है. इस मामले में जिला कलेक्टर हरिमोहन मीणा का कहना है कि उन्होंने कांग्रेस के प्रदर्शन को अनुमति दी है. यह प्रदर्शन अनुमति लेकर किया गया है. जब उनसे धारा 144 के बारे में सवाल पूछा गया, तब उन्होंने कहा कि धारा 144 धार्मिक उन्माद सोशल मीडिया के जरिए फैलाने वाले लोगों के खिलाफ लगाया हुआ है. इस तरह के धरने प्रदर्शनों को छूट दी हुई है.