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JEE ADVANCE Exam : सिलेबस में हुआ बदलाव, 2023 से होगा लागू...

आईआईटी (IIT) में एडमिशन के लिए आयोजित होने वाली जेईई एडवांस परीक्षा (JEE Advance Exam) के सिलेबस में बदलाव (Change In JEE Advance Syllabus) किया गया है. इसमें मैथमेटिक्स, फिजिक्स और केमिस्ट्री तीनों का रिवाइज सिलेबस जारी किया गया है, जो कि जेईई एडवांस की आधिकारिक वेबसाइट (Syllabus On Official Website) पर उपलब्ध है.

JEE ADVANCE
एग्जाम सिलेबस में हुआ बदलाव
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Published : Nov 25, 2021, 10:03 AM IST

Updated : Nov 25, 2021, 2:15 PM IST

कोटा: कोटा: देश के भावी टेक्नोक्रेट्स को प्रतिष्ठित इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (IIT) संस्थानों में प्रवेश दिलाने वाली सबसे प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई एडवांस (JEE Advance Exam) के सिलेबस में बदलाव (Change In JEE Advance Syllabus) किया गया है.

यह बदलाव अगले सत्र की जगह वर्ष 2023 से होने वाली जेईई एडवांस परीक्षा (JEE Advance Exam) में लागू होगा. नए सिलेबस को जेईई एडवांस की ऑफिशियल वेबसाइट पर अपलोड कर दिया गया है.

पढ़ें-JoSSA काउंसलिंग 2021: एनआईटी-प्लस सिस्टम की आवंटित सीटों पर प्रवेश के लिए स्पेशल इंस्ट्रक्शंस जारी, फिजिकल रिपोर्टिंग से पहले करनी होगी ऑनलाइन एडमिशन रिपोर्टिंग

इस परीक्षा में हर साल करीब ढाई लाख से ज्यादा बच्चे भाग लेते हैं, यह परीक्षार्थी जेईई मेन परीक्षा (JEE Main Exam) के जरिए इस में क्वालीफाई कर पाते हैं. इसके बाद जोसा काउंसलिंग से देशभर के 23 इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (IIT) में 16232 सीट्स पर एडमिशन मिलता है.

2020 में फैल गई थी सिलेबस बदलने की अफवाह...

कोटा के एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि साल 2020 में भी जेईई एडवांस परीक्षा (JEE Advance Exam) के सिलेबस में बदलने के अफवाह फैल गई थी. जिससे काफी संख्या में स्टूडेंट्स परेशान हुए थे. जिसके बाद जेईई एडवांस परीक्षा (JEE Advance Exam) के संबंध में आईआईटी काउंसिल (IIT Council) ने ही स्पष्टीकरण जारी किया था कि किसी तरह के कोई सिलेबस में बदलाव नहीं किया गया है. तब लोगों ने राहत की सांस ली थी. क्योंकि इस परीक्षा की तैयारी विद्यार्थी करीब 2 साल पहले से ही कर देते हैं.

पढ़ें : JEE ADVANCE 2021: ओबीसी-एनसीएल और ईडब्ल्यूएस कैटेगरी के स्टुडेंट्स को सर्टिफिकेट तैयार करने के निर्देश

पढ़ें : कोटा : जेईई मेंस और एडवांस 2022 की पात्रता शर्तें और पैटर्न घोषित नहीं होने से असमंजस में स्टूडेंट

पढ़ें : JEE ADVANCE RESULT ANALYSIS: छात्राओं की ना के बराबर उपस्थिति, चयन भी महज 18 प्रतिशत, कटऑफ भी घटाई

उन्हें जेईई एडवांस परीक्षा (JEE Advance Exam) में अच्छी रैंक से पास होना पड़ता है. जिसके बाद ही एडवांस में क्वालीफाई कर पाते हैं. जेईई मेन परीक्षा में करीब 12 लाख विद्यार्थी बैठते हैं. जिसमें से महज ढाई लाख को ही एडवांस के लिए क्वालीफाई माना जाता है.

केमिस्ट्री: न्यूक्लियर को हटा, एनवायरमेंटल केमेस्ट्री को जोड़ा

देव शर्मा ने बताया कि बदले हुए सिलेबस में केमिस्ट्री में आमूलचूल परिवर्तन किया गया है. Expert बताते हैं कि 2021 के सिलेबस में केमिस्ट्री सिलेबस को फिजिकल, इनऑर्गेनिक और ऑर्गेनिक भागों में बांटा गया था. वहीं नए में ये हटा दिया गया है. विद्यार्थियों की सुविधा को देखते हुए सिलेबस में टॉपिक्स के नाम एनसीईआरटी के टॉपिक्स (NCERT Topics) के आधार पर परिवर्तित और स्पष्ट किए गए हैं. केमेस्ट्री इन एवरीडे लाइफ, पॉलीमर्स और बायोमोलीक्यूलिस टॉपिक्स नए सिलेबस में 'स्पष्ट तौर पर मेंशन' किए गए हैं.

सिलेबस में सम्मिलित 'न्यूक्लियर-केमेस्ट्री' टॉपिक को हटा दिया है और इसके स्थान पर वर्तमान समय में सार्थक टॉपिक एनवायरमेंटल केमेस्ट्री जोड़ा गया है. देव शर्मा ने बताया कि इलेक्ट्रोकेमिस्ट्री में फ्यूल सेल और कोरोसन जैसे महत्वपूर्ण टॉपिक्स को सम्मिलित किया गया है. इसी प्रकार केमिकल काइनेटिक्स में 'एक्टिविटी एवं सिलेक्टिविटी ऑफ सॉलिड कैटालिस्ट' तो सॉल्यूशंस में 'ऑस्मोटिक-प्रेशर एवं वांट-आफ फैक्टर्स' जैसे टॉपिक्स को सम्मिलित कर दिया गया है.

फिजिक्स-मैथमेटिक्स: बढ़े टॉपिक्स

फिजिक्स विषय के वेव ऑप्टिक्स टॉपिक में डिफरेक्शन व पोलराइजेशन टॉपिक्स को सम्मिलित कर लिया गया है. इन टॉपिक्स जेईई मेन के सिलेबस में काफी महत्वपूर्ण है, लेकिन पहले जेईई एडवांस्ड के सिलेबस में सम्मिलित नहीं थे, जिन्हें अब सम्मिलित कर लिया गया है. इसी तरह से मैथमेटिक्स विषय में सेट्स, रिलेशंस और स्टैटिसटिक्स को सम्मिलित कर लिया गया है. कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि फिजिक्स व मैथमेटिक्स विषय में सिलेबस में थोड़ी बढ़ोतरी हुई है. जबकि केमिस्ट्री से सिलेबस थोड़ा कम कर लिया गया है.

कोटा: कोटा: देश के भावी टेक्नोक्रेट्स को प्रतिष्ठित इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (IIT) संस्थानों में प्रवेश दिलाने वाली सबसे प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई एडवांस (JEE Advance Exam) के सिलेबस में बदलाव (Change In JEE Advance Syllabus) किया गया है.

यह बदलाव अगले सत्र की जगह वर्ष 2023 से होने वाली जेईई एडवांस परीक्षा (JEE Advance Exam) में लागू होगा. नए सिलेबस को जेईई एडवांस की ऑफिशियल वेबसाइट पर अपलोड कर दिया गया है.

पढ़ें-JoSSA काउंसलिंग 2021: एनआईटी-प्लस सिस्टम की आवंटित सीटों पर प्रवेश के लिए स्पेशल इंस्ट्रक्शंस जारी, फिजिकल रिपोर्टिंग से पहले करनी होगी ऑनलाइन एडमिशन रिपोर्टिंग

इस परीक्षा में हर साल करीब ढाई लाख से ज्यादा बच्चे भाग लेते हैं, यह परीक्षार्थी जेईई मेन परीक्षा (JEE Main Exam) के जरिए इस में क्वालीफाई कर पाते हैं. इसके बाद जोसा काउंसलिंग से देशभर के 23 इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (IIT) में 16232 सीट्स पर एडमिशन मिलता है.

2020 में फैल गई थी सिलेबस बदलने की अफवाह...

कोटा के एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि साल 2020 में भी जेईई एडवांस परीक्षा (JEE Advance Exam) के सिलेबस में बदलने के अफवाह फैल गई थी. जिससे काफी संख्या में स्टूडेंट्स परेशान हुए थे. जिसके बाद जेईई एडवांस परीक्षा (JEE Advance Exam) के संबंध में आईआईटी काउंसिल (IIT Council) ने ही स्पष्टीकरण जारी किया था कि किसी तरह के कोई सिलेबस में बदलाव नहीं किया गया है. तब लोगों ने राहत की सांस ली थी. क्योंकि इस परीक्षा की तैयारी विद्यार्थी करीब 2 साल पहले से ही कर देते हैं.

पढ़ें : JEE ADVANCE 2021: ओबीसी-एनसीएल और ईडब्ल्यूएस कैटेगरी के स्टुडेंट्स को सर्टिफिकेट तैयार करने के निर्देश

पढ़ें : कोटा : जेईई मेंस और एडवांस 2022 की पात्रता शर्तें और पैटर्न घोषित नहीं होने से असमंजस में स्टूडेंट

पढ़ें : JEE ADVANCE RESULT ANALYSIS: छात्राओं की ना के बराबर उपस्थिति, चयन भी महज 18 प्रतिशत, कटऑफ भी घटाई

उन्हें जेईई एडवांस परीक्षा (JEE Advance Exam) में अच्छी रैंक से पास होना पड़ता है. जिसके बाद ही एडवांस में क्वालीफाई कर पाते हैं. जेईई मेन परीक्षा में करीब 12 लाख विद्यार्थी बैठते हैं. जिसमें से महज ढाई लाख को ही एडवांस के लिए क्वालीफाई माना जाता है.

केमिस्ट्री: न्यूक्लियर को हटा, एनवायरमेंटल केमेस्ट्री को जोड़ा

देव शर्मा ने बताया कि बदले हुए सिलेबस में केमिस्ट्री में आमूलचूल परिवर्तन किया गया है. Expert बताते हैं कि 2021 के सिलेबस में केमिस्ट्री सिलेबस को फिजिकल, इनऑर्गेनिक और ऑर्गेनिक भागों में बांटा गया था. वहीं नए में ये हटा दिया गया है. विद्यार्थियों की सुविधा को देखते हुए सिलेबस में टॉपिक्स के नाम एनसीईआरटी के टॉपिक्स (NCERT Topics) के आधार पर परिवर्तित और स्पष्ट किए गए हैं. केमेस्ट्री इन एवरीडे लाइफ, पॉलीमर्स और बायोमोलीक्यूलिस टॉपिक्स नए सिलेबस में 'स्पष्ट तौर पर मेंशन' किए गए हैं.

सिलेबस में सम्मिलित 'न्यूक्लियर-केमेस्ट्री' टॉपिक को हटा दिया है और इसके स्थान पर वर्तमान समय में सार्थक टॉपिक एनवायरमेंटल केमेस्ट्री जोड़ा गया है. देव शर्मा ने बताया कि इलेक्ट्रोकेमिस्ट्री में फ्यूल सेल और कोरोसन जैसे महत्वपूर्ण टॉपिक्स को सम्मिलित किया गया है. इसी प्रकार केमिकल काइनेटिक्स में 'एक्टिविटी एवं सिलेक्टिविटी ऑफ सॉलिड कैटालिस्ट' तो सॉल्यूशंस में 'ऑस्मोटिक-प्रेशर एवं वांट-आफ फैक्टर्स' जैसे टॉपिक्स को सम्मिलित कर दिया गया है.

फिजिक्स-मैथमेटिक्स: बढ़े टॉपिक्स

फिजिक्स विषय के वेव ऑप्टिक्स टॉपिक में डिफरेक्शन व पोलराइजेशन टॉपिक्स को सम्मिलित कर लिया गया है. इन टॉपिक्स जेईई मेन के सिलेबस में काफी महत्वपूर्ण है, लेकिन पहले जेईई एडवांस्ड के सिलेबस में सम्मिलित नहीं थे, जिन्हें अब सम्मिलित कर लिया गया है. इसी तरह से मैथमेटिक्स विषय में सेट्स, रिलेशंस और स्टैटिसटिक्स को सम्मिलित कर लिया गया है. कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि फिजिक्स व मैथमेटिक्स विषय में सिलेबस में थोड़ी बढ़ोतरी हुई है. जबकि केमिस्ट्री से सिलेबस थोड़ा कम कर लिया गया है.

Last Updated : Nov 25, 2021, 2:15 PM IST
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