कोटा. जालोर में दलित स्कूली छात्र की टीचर की पिटाई के बाद मौत के मामले को लेकर दलित विधायकों ने सरकार के खिलाफ हमला बोला है और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने की मांग की है. इसी मामले के चलते अटरू बारां विधायक पानाचंद मेघवाल ने इस्तीफा दे दिया है. वहीं, रामगंजमंडी से दलित विधायक और पूर्व मंत्री मदन दिलावर ने मेघवाल के इस्तीफे को राजनीतिक स्टंट बताया (Madan Dilawar targets Pana Chand Meghwal) है.
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री, रामगंजमंडी सीट से दलित विधायक और पूर्व मंत्री मदन दिलावर ने विधायक पानाचंद के इस्तीफे को राजनीतिक स्टंट और दिखावा बताया (Dilawar reaction on Meghwal resignation) है. दिलावर का कहना है कि पानाचंद मेघवाल दिखावा कर रहे हैं, उन्हें इस्तीफा देना ही है तो विधानसभा अध्यक्ष के सामने व्यक्तिगत पेश होकर देना चाहिए. दिलावर ने कहा कि कांग्रेस के विधायकों की साख गिरती जा रही है. उनका अस्तित्व खत्म होता जा रहा है. इसलिए वे अब इस्तीफा देने का नाटक कर रहे हैं.
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दिलावर ने कहा कि अनुसूचित जाति पर लगातार हमले, अत्याचार और हत्या हो रही है, लेकिन यह सरकार मौन और संवेदन शून्य है. मेघवाल की जमीन खिसक रही है और धरातल रहा नहीं है. जनता से सम्पर्क टूट चुका है. इस्तीफा देने की अफवाह फैलाकर विश्वास अर्जित करना चाहते हैं. पानाचंद जता रहे हैं कि वे अनुसूचित जाति के पक्ष में हैं और उनके हो रहे अत्याचार के खिलाफ हैं, लेकिन ऐसा नहीं है.
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दिलावर ने कहा कि यही लोग मिलकर के अत्याचार कर रहे हैं. अलवर में अनुसूचित जाति की बच्ची के साथ गैंगरेप हुआ, उसकी पुष्टि चिकित्सा विभाग ने की. लेकिन एसपी और कलेक्टर ने 3 दिन बाद कहा कि लड़की झूठ बोल रही है. डिलीवरी ब्वॉय ने उसे टक्कर मार दी थी और आज तक बलात्कारी नहीं पकड़े गए हैं. इससे साफ जाहिर है कि ये बलात्कारियों को संरक्षण देने वाली सरकार है. विधायक पानाचंद पर हमला बोलते हुए दिलावर ने कहा कि यह झेंप मिटाने के लिए इस्तीफा देने का नाटक कर रहे हैं.